यहां ससुराल नहीं, सफलता मिलती है…! MP के इस गांव में दामादों की चलती है ‘बादशाहत’, जहां बन जाते हैं कारोबारी

यहां ससुराल नहीं, सफलता मिलती है…! MP के इस गांव में दामादों की चलती है ‘बादशाहत’, जहां बन जाते हैं कारोबारी


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Ajab-Gajab: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले का निंबोला गांव “दामादों का गांव” कहलाता है. यहां 200 से ज्यादा दामाद अपने परिवार के साथ बसकर सफल व्यवसाय चला रहे हैं. मान्यता है कि इस गांव में आकर दामादों की किस्मत ख…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • निंबोला गांव “दामादों का गांव” कहलाता है
  • यहां आकर न सिर्फ रोजगार मिला बल्कि सफलता भी मिली
  • दामादों की किस्मत खुल जाती
बुरहानपुर. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले का एक ऐसा गांव है कि जिसको दामादों के गांव के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर हर पांचवें घर में एक दामाद रहता है. गांव के प्रवीण पाटिल बताते हैं कि इस गांव को दामादों का गांव भी कहा जाता है. इस गांव का निंबोला है. यह बुरहानपुर जिले से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. गांव के वरिष्ठ लोग बताते हैं कि इस गांव में जो भी दामाद रहने के लिए आता है. उनका व्यवसाय और उनकी आमदनी बढ़ जाती है. इस गांव में दामादों को यह देन हैं. इसलिए महाराष्ट्र सहित अन्य राज्य से आए हुए दामाद आज भी यहां पर खेती किसानी करते हैं, जिससे उनको अच्छा उत्पादन और अच्छा मुनाफा भी मिलता है. दामाद कुंदन का कहना है कि मैं भी महाराष्ट्र का रहने वाला हूं, लेकिन जब से अपनी ससुराल निंबोला में आकर रहने लगा, तब से मेरा व्यवसाय और मेरा काम अच्छा चलने लग गया है. इस गांव की आबादी की बात करें, तो करीब 3000 लोगों की आबादी है और यहां पर परिवारों की बात करें, तो 650 परिवार है, जिसमें से 200 से अधिक परिवार दामादों के हैं, जो यहां पर अपनी पूरी फैमिली के साथ निवास करते हैं और कई वर्षों से इसी गांव में रह रहे हैं.

गांव में रहने वाले दामाद ने दी जानकारी 
लोकल 18 की टीम ने निंबोल गांव में रहने वाले दामाद कुंदन पवार से बात की तो उन्होंने बताया कि में महाराष्ट्र के साकली गांव का रहने वाला था मेरा विवाह निंबोला में रहने वाली कोमल से हुआ. उसके बाद मेरे गांव में मुझे रोजगार की दिक्कत जाने लगी मैं अपनी ससुराल में रहने के लिए आया, तब मैने यहां पर किराए का घर लिया, लेकिन आज मेरा खुद का घर हो गया है. मैं यहां पर 8 वर्षों से रह रहा हूं इस गांव में करीब 200 से अधिक दामाद है कि जो यहां पर रहकर व्यापार और व्यवसाय करते हैं जिनके व्यापार और व्यवसाय में भी बढ़ोतरी हुई है.

यह है गांव की मान्यता 
जब गांव के वरिष्ठ पप्पू पाटिल से बात की तो उन्होंने बताया कि गांव की यह मानता है कि नहीं निंबोला गांव को दामादों का गांव भी कहा जाता है. यह मध्य प्रदेश में एक अनोखा गांव है दामादों को गांव बहुत लेनी है जब दामादों के पास कोई व्यवसाय और व्यापार का काम नहीं होता है, तब वह यहां पर रहने के लिए आते हैं और तब यहां पर रहकर व्यापार व्यवसाय करते हैं, तो उनका व्यापार और व्यवसाय दोनों चलने लग जाते है. जिससे वह लखपति बन जाते हैं कई दामाद तो ऐसे हैं कि जो 50 वर्षों से यहां पर निवास कर रहे हैं.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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