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Mahakal Sawari 2025: उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में सावन-भादो महीने में विशेष आयोजन होने जा रहे हैं. 30 दिनों तक चलने वाले श्रावण माह में करीब 80 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने का अनुमान है.
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में सावन-भादो मास मे उज्जैन के राजा भगवान महाकाल नगर भ्रमण पर निकल कर अपने भक्तो को दर्शन देते हैं. जिसकी तैयारी महाकालेश्वर मंदिर समिति नें लगभग पूरी कर ली है. भगवान महाकाल के स्वागत के लिए भक्त अभी से तैयारी में जुट गए हैं.

बाबा महाकाल जब अपने भक्तो को दर्शन देने नगर भर्मण पर निकलते है. जब श्रद्धांलुओ की आस्था का सैलाब देखने को मिलता है. इस बार भी 30 दिनों तक चलने वाले श्रावण माह में करीब 80 लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने का अनुमान है.

श्रद्धांलु की सुविधा व सुरक्षा के लिए पुलिस ने इस बार थ्री लेयर तैयारी की है जिसमें 1300 पुलिसकर्मी सुरक्षा देंगे. जिसमें ड्रोन सहित सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. जिससे श्रद्धांलु की सुरक्षा का ध्यान रखा जा सके. और कोई भगदढ़ या और कोई जनहानि ना हो.

बाबा महाकाल इस बार अपने भक्तों को सावन मास में 4 बार और भादौ मास में 2 बार दर्शन देंगे. इतना ही नही श्रद्धालुओं के लिए इस बार यह सवारी खास होने वाली है. क्यूंकि पहली सवारी वैदिक उद्घोष की थीम पर होगी. सावन माह में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक संध्या भी आयोजित की जाएगी जिसमें प्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुतियां भी होगी.

बाबा महाकाल की सवारी सावन-भादौ माह मे 14 जुलाई से लेकर 18 अगस्त तक हर सोमवार को निकाली जाएगी. सवारी के दौरान सुरक्षा दृस्टि से उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सवारी निकलने के 15 दिन पहले तैयारी शुरू कर दी थी. शहर में चेकिंग अभियान तेज किए गए हैं. साथ ही बदमाशों से बांड ओवर भरवाए जा रहे हैं. सवारी मार्ग पर तीन ड्रोन की तैनाती की है जो लगातार चप्पे चप्पे पर नजर रखेंगे.

बता दें कि इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा नें साफ कह दिया कि श्रद्धांलु की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए. इसके लिए मार्ग पर एक्स्ट्रा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. सभी बिल्डिंग की छत की चेकिंग की जा रही है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होने दी जायेगी. लेयर थ्री हाई सेक्युरिटी रहेगी. सिविल ड्रेस में भी पुलिस को तैनात किया जायेगा. जो श्रद्धांलु की सुविधा व सुरक्षा का ध्यान रखेंगे.

उज्जैन के राजा हर सवारी मे अपने भक्तो को अलग-अलग रूप मे दर्शन देंगे. अगर बात करे प्रथम सवारी की तो पहली सवारी में पालकी में श्री मनमहेश, द्वितीय सवारी में पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर और हाथी पर श्री मनमहेश, तृतीय सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर हाथी पर श्री मनमहेश और गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव विराजमान होकर अपनी प्रजा का हाल जानेंगे. भक्तों को इस पल का बेसबरी से इंतज़ार रहता है. जब भगवान इस रूप में दर्शन देते हैं.

वहीं अगर बात करें चतुर्थ सवारी की तो पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव और नंदी रथ पर श्री उमा महेश, पांचवी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव नंदी रथ पर श्री उमा महेश और रथ पर श्री होलकर स्टेट और राजसी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर, हाथी पर श्री मन महेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव नंदी रथ पर श्री उमा महेश, रथ पर श्री होलकर स्टेट और रथ पर श्री सप्तधान मुखारविंद के रूप में भगवान विराजित होंकर अपने भक्तो को दर्शन देंगे.