मध्य प्रदेश में लोगों को उनके निवास के निकट ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक बड़ी पहल की जा रही है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत विकसित किए गए प्रदेश भर के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर 14 जुलाई 2025 को आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयो
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने प्रदेश भर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी सघन निगरानी के लिए सूचित किया गया है।
शिविरों में मिलेंगी स्वास्थ्य सेवाएं:
- ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच।
- गर्भवती महिलाओं, शिशुओं, किशोरियों और वृद्ध जनों की स्वास्थ्य जांच।
- दस्त रोग, निमोनिया, नेत्र विकार, मुख/दंत विकार, मानसिक स्वास्थ्य, नाक-कान-गले के विकार और क्षय रोग (टीबी) की जांच।
- अन्य पैथोलॉजिकल जांचें और उपचार।
- परिवार कल्याण से संबंधित सुविधाएं।
7 साल में साढ़े 12 हजार केंद्र खुले प्रदेश भर में साल 2018 से अब तक लगभग साढ़े बारह हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर विकसित किए जा चुके हैं। जिनमें 9663 उपस्वास्थ्य केंद्र, 1320 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 796 आयुष आयुष्मान आरोग्य मंदिर और 557 शहरी स्वास्थ्य संस्थाएं शामिल हैं। इन संस्थाओं के माध्यम से वर्ष 2024-25 में 2 करोड़ 6 लाख से अधिक स्वास्थ्य परीक्षण किए गए हैं।