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National Highway 543 Ground Report: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रहे नेशनल हाईवे 543 की बनने से पहले ही पोल खुल गई. पहले बारिश के साथ ही साइड शोल्डर सहित हाईवे पर गड्ढे दिख गए. अब NHAI का जवाब आया, जिसे सुनकर आ…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बालाघाट का नेशनल हाइवे 543 जगह-जगह धंसा.
- काम पूरा होने से पहले ही जनता के लिए कर दिया चालू.
- निर्माधीण हाईवे पर गड्ढों का इल्जाम लगा बारिश पर.
Balaghat Ground Report: बारिश हर जगह कहर बरसा रही है. ये सुहाना मौसम हमें और आपको तो बहुत पसंद आ रहा है लेकिन धीरे धीरे ये रोड पर चलने वाले लोगों और कामकाजी लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. ज्यादा बारिश होने की वजह से जगह जगह सड़कें धंस रही हैं. ऐसे में हाइवे पर ट्रक चलाने वाले रोहित दुबे ने अपनी परेशानी शेयर की है. आइए जानते हैं उनका दर्द.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी NHAI के जिस हाईवे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई वहां लोकल 18 की टीम पहुंची. घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी मरम्मत का काम चालू था. यानी कि हाईवे को हल्का फुल्का नहीं भारी भरकम नुकसान हुआ है. जेसीबी की मदद से फिर से साइड शोल्डर तोड़े जा रहे थे. शायद इनका फिर से निर्माण होगा. ये साइड शोल्डर हाईवे के ग्राम भमोड़ी के पास क्षतिगग्रस्त हुए हैं. वहीं, जगह-जगह गड्ढे भी पड़े हुए हैं. वहीं, लंबी-लंबी दरारों की पॉलिशिंग की जा चुकी थी. लगा था कि किसी को क्या ही मालूम चलेगा. लेकिन दरारे इतनी बड़ी थी की मरम्मत के निशान साफ तौर पर देखे जा सकते हैं.
बीते कुछ महीने पहले ही इस रास्ते को आम लोगों के लिए खोला गया. यानी कि उद्घाटन के पहले ही यहां से वाहनों का आना-जाना शुरू हो गया था. लोग काफी खुश थे, सभी को सब हरा-हरा दिख रहा था. अब लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी सड़क बन रही थी, तो गुणवत्ता की जांच कौन कर रहा था. क्या ये काम सिर्फ कागजों पर हो रहा था. कोई निगरानी रखने वाला नहीं था. अगर बारिश न होती तो शायद इस हाईवे की क्वालिटी चेक नहीं हो पाती. आपको बता दें कि इसके निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई ने केसीपीएल यानी कालूवाला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दी है.
हाईवे की खबर मीडिया में आने के बाद नेशनल हाईवे ऑफ अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से सफाई भी आई है. उनका कहना है कि मीडिया में जो खबरें आ रही हैं वह भ्रामक हैं. इसी में वे कहते है कि 7 जुलाई को जिले में भारी बारिश हुई थी. इसी कारण अस्थायी पीसीसी परत को नुकसान पहुंचा, जिसके कारण ये गड्ढा हुआ है. मिट्टी और (आरई) दीवार की संरचनाएं पूरी तरह से बरकरार और सुरक्षित हैं, उनमें कोई नुकसान नहीं हुआ है. फिलहाल, NHAI के इंजीनियर की निगरानी में हाईवे पर हुए धंसाव ठीक करने के लिए काम किए जा रहे हैं. उनका कहना है कि यह सुधार कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा.
फिलहाल, जो हाईवे की स्थिति बनी हुई है, इससे हादसे का डर बना हुआ है. सड़क पर मरम्मत का काम पूरा भी नहीं हुआ है फिर भी हाईवे पर आवाजाही शुरू हो गई थी. हैरान करने वाली बात तो ये है कि प्रशासन ने अब तक किसी प्रकार का चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया है.
आपको बताते चलें कि भारतमाला प्रोजेक्ट सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. इसी के तहत NH-543 का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है. मध्यप्रदेश राज्य में ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) मोड में एनएच-543 बालाघाट-गोंदिया भाग के 41 किलोमीटर 210 मीटर में 4 लेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है. इसके लिए मेसर्स शिवबिल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड-मेसर्स कालूवाला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (जे.वी.) से 29 मार्च 2023 को कॉन्ट्रैक्ट किया गया है. इस 04 लेन हाईवे का निर्माण 547.48 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. इस हाईवे का काम पूरा करने की डेडलाइन 30 जनवरी 2026 है.
नेशनल हाईवे 543 मध्यप्रदेश के शहडोल से महाराष्ट्र के ब्रह्मपुरी तक जाती है. इसमें शहडोल से सागरटोला के बीच 75 किलोमीटर और मंडला से बालाघाट तक 134 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होना है. कुल 302 किलोमीटर लंबे इस नेशनल हाईवे की गुणवत्ता पर लगातार सवाल खड़े हो रहे है.