आमला में पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पर एट्रोसिटी की FIR: आदिवासी वन समिति सदस्यों से जातिसूचक गालियां और धमकी देने का आरोप – Betul News

आमला में पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पर एट्रोसिटी की FIR:  आदिवासी वन समिति सदस्यों से जातिसूचक गालियां और धमकी देने का आरोप – Betul News



बैतूल के आमला क्षेत्र में वन सुरक्षा समिति के सदस्यों के प्रदर्शन के बाद आमला पुलिस ने पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शरद उर्फ पप्पू जायसवाल और उनके चचेरे भाई मनोज जायसवाल के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

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बुधवार को दर्जनों आदिवासी महिला-पुरुषों ने आमला थाने के सामने प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि आरोपी उन्हें जातिसूचक गालियां देते हैं और धमकाते हैं। प्रदर्शन के बाद पुलिस ने देर शाम केस दर्ज किया।

शिकायत के अनुसार, तालाब गहरीकरण कार्य के दौरान शरद और मनोज जायसवाल ने वन समिति के सदस्यों और महिलाओं के साथ गाली-गलौज की। वन विभाग के अधिकारी भी घटना के समय मौजूद थे।

आदिवासियों की जमीन कब्जाने का आरोप ग्रामीणों का आरोप है कि शरद जायसवाल ने आदिवासियों की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। उन्होंने जेसीबी से करीब 110 पेड़ भी कटवा दिए हैं। यह विवाद स्थानीय सत्ता संघर्ष से जुड़ा है। शरद जायसवाल का परिवार लंबे समय तक वन समिति पर प्रभावी रहा।

उनके बड़े पिता 30 वर्षों तक वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष थे। बाद में उनके चचेरे भाई अध्यक्ष बनाए गए। उन्हें कुछ समय पहले अनियमितताओं के कारण अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। अब समिति आदिवासी समाज के नियंत्रण में है।

हाल ही में पप्पू जायसवाल ने पचमा के फॉरेस्ट गार्ड तरुण सैनी पर अवैध पेड़ कटाई का आरोप लगाया था। इस शिकायत पर डीएफओ ने सैनी को निलंबित कर दिया। सैनी पर पहले से एक महिला से छेड़छाड़ का मामला दर्ज है।

पप्पू जायसवाल ने कहा कि उसने न तो कोई दुर्व्यवहार किया है और न ही जाति सूचक शब्द कहे है। मौके पर वन अधिकारी भी मौजूद थे। इसका एक वीडियो भी सामने आए है।जिसमे पप्पू आदिवासी महिलाओं से चर्चा करते दिखाई दे रहे है।



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