NEET में 720 में से 715 अंक, गेमचेंजर रही ये किताब, सीधा पहुंची AIIMS

NEET में 720 में से 715 अंक, गेमचेंजर रही ये किताब, सीधा पहुंची AIIMS


Last Updated:

NEET Success Story: सही प्लानिंग और सही दिशा में मेहनत किया जाए, तो कोई भी सपना हकीकत में तब्दील हो सकता है. ऐसे ही एक सपने को एक लड़की ने सच कर दिखाया है. वह कक्षा 8वीं से डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के ल…और पढ़ें

NEET Success Story: नीट यूजी में शानदार सफलता हासिल करते हुए 33वीं रैंक हासिल की हैं.

NEET Success Story: अगर आप दिल से मेहनत करते हैं और सही प्लानिंग के साथ उसी दिशा में काम करते हैं, तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है. यही करके दिखाया है गुजरात की भूमिका शेखावत ने. उन्होंने नीट यूजी 2024 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 33 हासिल की है और 720 में से 715 अंक प्राप्त किए हैं. भूमिका को पढ़ाई का शौक शुरू से ही रहा. छठी कक्षा में उन्होंने तय किया कि उन्हें बायोलॉजी पढ़नी है और जब वे आठवीं कक्षा में थीं, तभी से उन्होंने डॉक्टर बनने का सपना देखना शुरू कर दिया था. इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने पूरे मन से मेहनत की.

भूमिका (Bhumika Shekhawat) के पिता एक सर्विसमैन हैं और अब एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करते हैं. उनकी मां एक स्कूल टीचर हैं. माता-पिता ने हमेशा भूमिका को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और हर मुश्किल में उसका साथ दिया. भूमिका की यह सफलता उनकी लगातार मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास का नतीजा है. उन्होंने हर दिन ईमानदारी से पढ़ाई की, खुद पर भरोसा रखा और अपने लक्ष्य की ओर डटी रहीं.

पढ़ाई की रणनीति और टाइम टेबल

शुरुआत में भूमिका शेखावत ने हर विषय को बराबर समय दिया और NCERT से अच्छी तरह पढ़ाई की. इसके लिए वह कोचिंग के नोट्स को भी ध्यान से पढ़ा और समय-समय पर अपने शिक्षकों से सवाल पूछे, जिससे बैकलॉग न बनें. कक्षाओं के बाद वह थोड़ा आराम करती थी और फिर वह सेल्फ स्टडी में लग जाती थीं.

एनसीईआरटी की भूमिका नीट में

नीट परीक्षा में एनसीईआरटी किताबें बेहद महत्वपूर्ण होती हैं, खासकर बायोलॉजी में. कई प्रश्न सीधे इन पुस्तकों से पूछे जाते हैं. इसलिए उन्होंने NCERT को 5-6 बार गहराई से पढ़ा. फिजिक्स और केमेस्ट्री में भी थ्योरी आधारित कई सवाल एनसीईआरटी से ही होते हैं.

अंतिम महीनों की अहमियत

नीट से पहले के आखिरी कुछ महीने बहुत निर्णायक होते हैं. यह समय पूरे दो साल के पाठ्यक्रम को सारांश रूप में दोहराने का होता है. इस समय मन को शांत रखना और घबराना नहीं बहुत जरूरी है. नीट टेस्ट सीरीज़ ने उनकी तैयारी को धार दी. हर टेस्ट के बाद उन्होंने अपनी गलतियों पर ध्यान दिया, उन्हें लिखा और अपने शिक्षकों से मार्गदर्शन लिया. इससे उनकी गलतियां धीरे-धीरे कम होने लगीं और उनका आत्मविश्वास बढ़ा.

छोटे नोट्स और रिवीजन की आदत

नीट यूजी 2024 में 33वीं रैंक पाने वाली भूमिका शेखावत पढ़ाई के दौरान छोटे नोट्स बनाती थीं, ताकि अंतिम समय पर उन्हें आसानी से दोहराया जा सके. साथ ही उन्होंने अपनी गलतियों का विश्लेषण किया और उन्हें सुधारने पर लगातार काम किया.

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) में शानदार परफॉर्म करने वाली भूमिका फिलहाल AIIMS से पढ़ाई कर रही हैं. वह अभी MBBS के दूसरे वर्ष में हैं.

ये भी पढ़ें…

Munna Kumar

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin…और पढ़ें

पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin… और पढ़ें

homecareer

NEET में 720 में से 715 अंक, गेमचेंजर रही ये किताब, सीधा पहुंची AIIMS



Source link