यह कार्यक्रम उन युवाओं और प्रोफेशनल्स के लिए उपयुक्त है जो जल संसाधनों के टिकाऊ प्रबंधन और बाढ़ नियंत्रण जैसे मुद्दों में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं. विशेषकर ऐसे लोग जो पहले से ही किसी संस्थान या प्रोजेक्ट में कार्यरत हैं, उनके लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वे अपनी जानकारी को उन्नत करें और करियर में नई ऊंचाइयों तक पहुंचें.
बिना GATE स्कोर के मिलेगा दाखिला
जरूरी शैक्षणिक योग्यता और अनुभव
उम्मीदवार के पास सिविल इंजीनियरिंग, कृषि इंजीनियरिंग या संबंधित क्षेत्रों में चार वर्षीय ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए. ग्रेजुएशन में न्यूनतम 60% अंक या 10 अंकों की प्रणाली में कम से कम 6.0 CPI जरूरी है. इसके साथ ही, जल संसाधन क्षेत्र में कम से कम एक वर्ष का कार्यानुभव होना चाहिए.
हाइब्रिड मोड में होगी पढ़ाई
जटिल जल संबंधी समस्याओं का समाधान सिखाएगा यह कोर्स
इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को जल संकट, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने में सक्षम बनाना है. इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और एडवांस्ड तकनीकी ज्ञान दोनों दिए जाएंगे.
आवेदन की अंतिम तिथि और कक्षाओं की शुरुआत
कक्षाओं की शुरुआत: 18 अगस्त
आवेदन पोर्टल: www.iitg.ac.in/oes/odp/mtech/fwrm
प्रोफेशनल्स के लिए अच्छा विकल्प
IIT गुवाहाटी के डीन प्रो. हेमंत बी. कौशिक के अनुसार, यह कोर्स उन प्रोफेशनल्स के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बिना अपनी नौकरी छोड़े उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं. यह फ्लेक्सिबल स्टडी का स्ट्रक्चर और स्ट्रॉन्ग एकेडमिक मटेरियल के साथ प्रोफेशनल्स को उनके करियर को नई दिशा देने का अवसर देता है.