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Asirgarh Ancient Shiva temple: इतिहासकार डॉ. वैद्य सुभाष माने ने बताया कि असीरगढ़ शिव मंदिर काफी प्राचीन और चमत्कारी है. यहां पर आज भी अश्वत्थामा शिवजी की पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं.
हाइलाइट्स
- असीहगढ़ मंदिर का इतिहास शिवालय महाभारत काल से जुड़ा है.
- दावा- अश्वत्थामा शिव जी की पूजा अर्चना करने के लिए आते.
- श्रावण माह में भक्तों की भीड़ लगती.
लोकल 18 की टीम ने जब इतिहासकार डॉ. वैद्य सुभाष माने से बात की तो उन्होंने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है. असीरगढ़ किले के ऊपर मौजूद है. यहां पर आज भी अश्वत्थामा शिवजी की पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं. इसका वर्णन महाभारत काल में भी किया गया है. यहां पर श्रावण माह में भक्तों की सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है.
श्रावण माह में भक्तों की लगती है भीड़
इस मंदिर पर श्रावण माह में भक्तों की सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है. यह मंदिर कई हजारों फीट ऊंचाई पर स्थित है. असीरगढ़ गांव से लोग अपने-अपने वाहनों से किले के मुख्य गेट तक पहुंच जाते हैं. उसके बावजूद भी भक्तों को कई फीट ऊंचाई पर पैदल चलना पड़ता है. जिसके बाद इस मंदिर पर भक्त पहुंचते हैं. मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात के सबसे अधिक भक्त इस मंदिर प्रदर्शन करने के लिए आते हैं.
Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 6 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across …और पढ़ें
Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 6 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across … और पढ़ें