साल 2017 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने व्याख्याता पांडे को सम्मानित किया था।
नर्मदापुरम जिले की सिवनीमालवा तहसील की एक स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और गलत तरीके से छूने के आरोप में राष्ट्रपति सम्मानित शिक्षक राम आशीष पांडे को निलंबित कर दिया गया है। रविवार को संभागीय संयुक्त संचालक मनीष वर्मा ने उनके निलंबन के आदेश जारी
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पुलिस ने बताया कि छात्राओं ने थाने में आकर बताया कि राम आशीष पांडे उन्हें गलत तरीके से छूते थे और गंदी नजर से देखते थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। छात्राओं के बयान दर्ज कर लिए गए हैं।
संयुक्त संचालक ने किया निलंबन आदेश जारी संभागीय संयुक्त संचालक मनीष वर्मा ने रविवार को व्याख्याता के निलंबन आदेश जारी किए। आदेश में कहा गया कि शिक्षक का यह कृत्य मप्र सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियमों का प्रथम दृष्टया उल्लंघन है। पांडे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सोहागपुर नियत किया गया है। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
समाचार और सोशल मीडिया से प्रशासन हरकत में आया संयुक्त संचालक के अनुसार, छात्राओं की शिकायत के बाद मामला स्थानीय समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर आया। इसके आधार पर तुरंत जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री से सम्मानित हो चुका है आरोपी शिक्षक राम आशीष पांडे को 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी तस्वीर साझा की थी। प्रशासन का कहना है कि सम्मान के बावजूद इस तरह का कृत्य बेहद गंभीर है और मामले की गहन जांच की जा रही है।