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साल 2025 में लॉर्ड्स का मैदान भारतीय टीम के अभिशाप साबित हो रहा है, पहले 14 जुलाई को शुभमन गिल की कप्तानी में टीम जीता हुआ टेस्ट हार जाती है फिर 5 दिन बाद हरमनप्रीत की कप्तानी में खेल रही महिला टीम वनडे मैच हार…और पढ़ें
लॉर्ड्स के मैदान पर 5 दिन में दो बार हारी भारतीय टीम, पहले पुरुष फिर महिला टीम हारी
सीरीज का पहला मैच जीतकर लॉर्ड्स पहुंची भारतीय कप्तान हरमनप्रीत और उनकी टीम को उम्मीद थी कि वो इस मैदान पर पुरुष टीम की हार का बदला भी लेंगे और सीरीज भी अपने नाम कर लेंगे पर होनी को कुच और ही मंजूर था. बारिश और बादलों की आंख मिचौली के बीच भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा और लॉर्ड्स का जिन्न फिर एक भारतीय टीम को हरा गया. वैसे हैरानी की बात ये है कि पिछले 15 सालों में इंग्लैंड महिला टीम की लॉर्ड्स में ये दूसरी जीत थी.
बादलों की आंख मिचौली के बीच इंग्लैंड ने टॉस जीता और पहेल गेंदबाजी करने का फैसला लिया. बारिश की वजह से मैच 29-29 ओवर का होना तय हुआ . भारतीय टीम ने स्मृति मंधाना के 42 रनों की पारी और अंतिम ओवर्स में दीप्ति शर्मा के 30 रनों की मदद से 8 विकेट पर 143 रनों का स्कोर खड़ा किया. दुबारा बारिश की वजह से इंग्लैंड को 24 ओवर में 115 रनों का लक्ष्य मिला जो उनके बल्लेबाजों ने 21 ओवर में हासिल कर लिया. इंग्लैंड की जीत में एमी जोन्स और टैमी ब्यूमॉन्ट का बड़ा रोल रहा जिन्होंने पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़े. इंग्लैंड के विकेट गिरते रहे पर जोन्स क्रीज पर डटी रही और सोफिया डंक्ले के साथ मैच जिताकर ही पवेलिएन लौटी.
भारतीय पारी में सबकुछ ठीक चल रहा था जब तक सोफी को गेंदबाजी के लिए नहीं बुलाया गया था. स्मृिति मंधाना और हरलीन देयोल दूसरे विकेट के लिए 40रन जोड़ चुकी थी जब सोफी एकलेस्टोन को 10वें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुलाया गया. सोफी ने पहले हरलीन और फिर बाद में कप्तान हरमनप्रीत को भी चलता किया और यहीं से भारतीय पारी चरमरा गई. हलांकि दीप्ति ने अंत तक संघर्ष किया पर नियमित अंतराल पर गिरते विकेट ने भारतीट पारी को समभलने नही दिया. सोफी को उनकी शानदार स्पिन गेंदबाजी के लिए वूमन आफ दि मैच चुना गया. सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला अब 22 जुलाई को चेस्टर-ली-स्ट्रीट में खेला जाएगा.