फर्जी गोलीकांड का मास्टरमाइंड साथी सहित मुरैना से गिरफ्तार: 9 बीघा जमीन की रंजिश को लेकर दुश्मन को फंसाना चाहता था, सिनेमा हॉल से पकड़ा – Gwalior News

फर्जी गोलीकांड का मास्टरमाइंड साथी सहित मुरैना से गिरफ्तार:  9 बीघा जमीन की रंजिश को लेकर दुश्मन को फंसाना चाहता था, सिनेमा हॉल से पकड़ा – Gwalior News


पुलिस कस्टडी में आए सचिन फागुना और अरुण गुर्जर।

ग्वालियर पुलिस ने मुरैना के एक सिनेमा हॉल से फर्जी गोलीकांड के आरोपी सचिन फागुना, उसके साथी अरुण गुर्जर को गिरफ्तार किया है। हत्या के प्रयास के मामले में एक महीने पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था। बाहर आने के बाद 7वें दिन ही उसने 9 बीघा जमीन की रजिस्ट

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खुद अपने साथी को गोली मारकर दुश्मनों के नाम FIR दर्ज कराने की साजिश रची थी। यह पूरी साजिश की प्लानिंग वह सेन्ट्रल जेल से ही करके आया था, लेकिन पुलिस ने फर्जी गोलीकांड का खुलासा कर कथित फरियादी को ही आरोपी बनाया है। पकड़े गए आरोपी से अब पुलिस पूछताछ कर रही है।

घायल बृजेश ने पुलिस को गुमराह किया था।

ग्वालियर क्राइम ब्रांच व उटीला थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि फर्जी गोलीकांड का मास्टर माइंड सचिन गुर्जर उर्फ सचिन फागुना अपने साथी अरुण गुर्जर के साथ मुरैना में छुपा हुआ है। जिस पर उटीला थाना प्रभारी शिवम सिंह राजावत व क्राइम ब्रांच की टीम ने मुरैना में बदमाश की घेराबंदी की।

जब पुलिस सिविल यूनिफॉर्म में दोस्त बनकर उनके ठिकाने पहुंची तो पता लगा कि मुरैना बैरियर चौराहा पर गोल्ड सिनेमा में मूवी देखने गया है। इसके बाद बिना देर किए पुलिस की टीम ने सिनेमा हॉल के आसपास घेराबंदी कर दी।

जैसे ही सचिन और उसका साथी बाहर आए पुलिस ने बिना देर किए दोनों को पकड़कर अपनी कार में बैठा लिया। यहां से उन्हें सीधे ग्वालियर के उटीला थाना ले आई। अब पुलिस इनसे पूछताछ कर पूरे फर्जी गोलीकांड की डिटेल पूछताछ कर रही है।

ऐसे समझिए पूरा मामला दरअसल, ग्वालियर के उटीला इलाके में 26 जून की रात लगभग 11.30 बजे कंट्रोल रूम से पुलिस को एक सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया कि सौंसा रोड पर एक युवक को गोली मार दी गई है। यह सूचना घायल बृजेश परिहार ने दी थी। तत्काल उटीला थाना प्रभारी शिवम राजावत मौके पर पहुंचे। सबसे पहले घायल को अस्पताल में पहुंचाया गया।

अपने बयान में बृजेश ने कहा कि जारगा निवासी दीपू जाटव, भारत उर्फ करुआ जाटव, विनोद, लखन व अन्य ने हमला किया है। देर रात गोलीबारी की खबर के बाद पुलिस हरकत में आई। जैसे-जैसे पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो एक के बाद एक ऐसे क्लू मिलते गए, जिससे इस गोलीकांड की जांच फर्जी कांड की तरफ जाने लगी।

जब कथित हमलावरों के गांव पुलिस पहुंची तो वह अपने-अपने घर में सोते मिले। उनकी मोबाइल लोकेशन सुबह से गांव की ही थी। साथ ही पता लगा कि जिन लोगों के नाम हमलावरों में लिखाए हैं उनसे बदमाश सचिन फागुना का 9 बीघा जमीन की रजिस्ट्री को लेकर रंजिश चल रही थी। उनको फंसाने के लिए ही यह साजिश रची गई।

ऐसे खुला था पूरा मामला पुलिस को घायल बृजेश परिहार और गोलीबारी की घटना के चश्मदीद मनोज गुर्जर के मोबाइल चेक करने पर सचिन गुर्जर से बातचीत का रिकॉर्ड मिला। मनोज को हिरासत में लेकर तस्दीक आगे बढ़ाई गई। वहीं, सचिन के रिश्तेदार की काली स्कॉर्पियो की घटना स्थल पर मौजूदगी सामने आई। जिससे शक और गहरा हो गया।

फिर मनोज से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया था। मनोज गुर्जर ने बताया था कि बृजेश को गोली मारकर सचिन और उसके साथी पैर पर तौलिया बांध कर भाग गए थे।

सचिन ने ही बृजेश के मोबाइल से डायल-100 को सूचना दी थी और इसके बाद वे भाग निकले। पुलिस साजिश सचिन फागुना ने सेन्ट्रल जेल में रहते हुए बनाई थी।

उटीला थाना प्रभारी शिवम राजावत ने बताया-

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फर्जी गोलीकांड के मास्टर माइंड सचिन व उसके साथी अरुण गुर्जर को मुरैना से पकड़ा गया है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है।

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