श्री महाकाल महालोक में श्रावण-भादौ मास के दौरान प्रतिदिन आयोजित होने वाली श्री महाकालेश्वर सांस्कृतिक संध्या की नौवीं शाम गुरुवार को संपन्न हुई। इस अवसर पर ओडिसी नृत्य के माध्यम से दशावतार की भव्य प्रस्तुति दी गई।
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कार्यक्रम का शुभारंभ महामृत्युंजय मठ के महंत स्वामी प्रणवपुरी महाराज द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। उप प्रशासक एसएन सोनी ने अतिथियों का स्वागत किया।
सांस्कृतिक संध्या की पहली प्रस्तुति में सृजिता शाह ने ओडिसी नृत्य के माध्यम से दशावतार का मनोहारी प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति का समापन भजन ‘श्यामा आन बसो’ और ‘शंभो स्वयमभु’ से किया।
दूसरी प्रस्तुति में प्रियांसी नायमा ने राग यमन की बंदिश ‘दर्शन देवा शंकर महादेव’ प्रस्तुत की। इसके बाद उन्होंने भजन ‘हर-हर-हर महादेव बम-बम भोला’ की प्रस्तुति दी। इस दौरान डॉ. परमानंद गंधर्व ने हारमोनियम, कृषडिगा ने ओक्टोपेड और राहुल पंवार ने तबला पर संगत की।

कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति वैदेही पण्डया द्वारा गणेश स्तुति से शुरू हुई। उन्होंने चैताल में निबद्ध शिव धु्रपद ‘शंकर अतिप्रचंड’ और ‘शिव पंचाक्षर स्त्रोत’ प्रस्तुत किया। समापन ‘शिव रूद्राष्टकम’ से हुआ।
कार्यक्रम का संगीत संरचना और नृत्य निर्देशन राजेन्द्र गंगानी ने किया, संचालन सुदर्शन अयाचित ने किया।