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Real Vs Fake Paneer Test: असली और नकली पनीर में फर्क कर पाना बहुत मुश्किल है. दोनों देखने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन कुछ तरीके ऐसे भी हैं जिनसे लोग पनीर खाने से पहले यह जांच सकते हैं.
क्या आप कढ़ाई पनीर, मटर पनीर या पनीर को जिम के बाद प्रोटीन के लिए खाते हैं? अगर हां तो सावधान हो जाइए. भोपाल के कई होटल और रेस्टोरेंट पर मुनाफे के लालच में सिंथेटिक पनीर बेचकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है.

नकली पनीर का सेवन सेहत के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है. नकली पनीर का सेवन करने से फूड पॉइजनिंग, किडनी और लिवर को नुकसान हो सकता है. सवाल उठता है कि आखिर कैसे असली और नकली पनीर के बीच पहचान करें? इस रिपोर्ट में जानें आसान तरीका…

असली और नकली पनीर में फर्क कर पाना बहुत मुश्किल है. दोनों देखने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन कुछ तरीके ऐसे भी हैं जिनसे लोग पनीर खाने से पहले यह जांच सकते हैं.

इसके लिए आपको सबसे पहले एक छोटा पनीर का टुकड़ा गर्म पानी में 5 मिनट तक उबालना है. फिर मेडिकल स्टोर पर मिलने वाले आयोडिन टिंचर की एक बूंद पनीर के ऊपर डालनी है. अब अगर पनीर कलर बदल लेता है तो सावधान हो जाइए आप नकली यानी मिलावटी पनीर खा रहे हैं, जो शायद दूध से नहीं बना है.

राजधानी भोपाल में रक्षाबंधन त्योहार से पहले नकली पनीर की खूब खेप बढ़ी है. अब ऐसा इसलिए क्योंकि जहां असली पनीर 400 से 500 रुपये किलो तक बिकता है तो वहीं, मिलावट वाला अशुद्ध पनीर सिर्फ 200 से 300 रुपये किलो में मिल जाता है.

अब, नकली पनीर सस्ता होता है और दिखने में असली जैसा लगता है, इसलिए आसानी से पकड़ में भी नहीं आता है. लेकिन, इसका इस्तेमाल करना या खाना आपको गंभीर बीमार कर सकता है.

सिंथेटिक पनीर में मिलावटी तेल, स्टार्च, डिटर्जेंट और केमिकल्स का इस्तेमाल होता है. इसे बनाने में दूध का प्रयोग नहीं किया जाता, बल्कि सस्ते केमिकल से उसकी बनावट तैयार की जाती है.

इस तरह का नकली पनीर लंबे समय तक फ्रेश दिखता है, लेकिन यह पेट की बीमारियों, फूड पॉइज़निंग, और लिवर व किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए हमेशा चेक करके ही पनीर खरीदें.