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Satna News: सतना के शुभम सिंह ने अपने घर पर ही सॉफ्ट टॉय मेकिंग का काम शुरू कर दिया है. उनके साथ दो हेल्पर भी काम कर रहे हैं. वहीं अनुसुइया तिवारी ने भी टूलकिट से अपना काम शुरू कर एक सफल व्यवसाय की नींव रखी है.
उन्होंने कहा कि योजना के तहत प्रशिक्षण लेने वाले हर प्रतिभागी को 6 दिन की ट्रेनिंग के बदले 500 रुपये प्रतिदिन की आर्थिक सहायता दी गई. इसके अलावा सरकार की ओर से 15 हजार रुपये तक की टूलकिट भी मुहैया कराई गई. सॉफ्ट टॉय मेकिंग में ट्रेनिंग लेने वालों को सिलाई मशीन और जरूरी सामग्री सीधे उनके पते पर पोस्ट ऑफिस के माध्यम से पहुंचाई गई.
सतना के शुभम सिंह ने अपने घर पर ही सॉफ्ट टॉय मेकिंग का व्यापार शुरू किया और अब उनके पास दो हेल्पर भी काम कर रहे हैं. वहीं अनुसुइया तिवारी ने भी टूलकिट से काम शुरू कर एक सफल व्यवसाय की नींव रखी है.
योजना से मिली नई उड़ान
पीएम विश्वकर्मा योजना सतना, मैहर जैसे अर्ध-शहरी इलाकों में नई उम्मीद और रोजगार की राह लेकर आई है. इससे न केवल लोगों को आत्मनिर्भरता मिली है बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने की क्षमता भी मिली है.