कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए प्रदेश के कम से कम 10 शहर इंदौर की तर्ज पर विकसित करने के लक्ष्य के साथ कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही 11 से 13 अक्टूबर तक भोपाल में मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट एमपीटीएम का आयोजन किया जाएगा
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अगले माह 12 और 13 अगस्त को ग्वालियर और 20 तथा 21 सितम्बर को इंदौर में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन होगा। सरकार ने तय किया है कि अगले माह आने वाले जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रिपरिषद की बैठक पहले कहा कि प्रदेश के 338 शहर ओडीएफ डबल प्लस और 24 शहर वाटर प्लस का प्रमाण-पत्र पाने में सफल रहे। उज्जैन संभाग के 66 में से 56 शहरों ने अपनी रैंक को सुधारा है। साथ ही 41 क्षेत्रों को स्टार रेटिंग मिली है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में प्रदेश की उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के सम्मान से सम्पूर्ण प्रदेश और हर नागरिक गौरवान्वित हैं। इंदौर ने देश के नंबर वन शहर का सम्मान लगातार आठवें साल में बनाए रखा और भोपाल को देश का दूसरा स्वच्छ शहर चुना गया।
अब IRCTC पर भी होगी पीएमश्री वायु सेवा की बुकिंग
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य में पर्यटन निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 26 एवं 27 जुलाई को रीवा में वाइल्ड लाइफ और ऑफबीट डेस्टिनेशन पर केन्द्रित रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में 80 से अधिक प्रमुख टूर ऑपरेटर्स ने शिरकत की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रमुख निवेशकों ने रीवा और शहडोल और संभाग में 3 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की इच्छा जताई। पीएमश्री वायुसेवा की बुकिंग सुविधा आईआरसीटीसी पोर्टल पर आरंभ की गई। पर्यटन उत्पादों को मिलेगा एक मंच
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 11 से 13 अक्टूबर तक भोपाल में मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट (एमपीटीएम) का आयोजन किया जाएगा। इस उद्देश्य से प्रदेश के पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों जैसे होटल मालिकों, रिसोर्ट मालिक, परिवहन ऑपरेटरों, ट्रैवल टूर ऑपरेटरों को अपने पर्यटन उत्पादों के प्रचार-प्रसार और व्यवसायिक चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इसकी पूर्व तैयारियों के रूप में 12-13 अगस्त को ग्वालियर और 20-21 सितम्बर को इंदौर में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख झरनों और मंदसौर के धर्मराजेश्वर जैसी विलक्षणता लिए स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नागपंचमी के संदर्भ में महाकालेश्वर मंदिर की महिमा और पचमढ़ी स्थित नागद्वारी के लिए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र वासियों में विद्यमान आस्था के संबंध में चर्चा की।