कटनी में 27 जुलाई की रात करीब 1 बजे जिन दो दोस्तों की चाकू से गोदकर हत्या की गई, उनमें से एक इंजीनियर बनना चाहता है। एक घायल जबलपुर के मेडिकल अस्पताल में भर्ती है। मंगलवार को पुलिस ने तीनों नाबालिग आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से बाल सुधा
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दोनों मृतकों के परिजन का कहना है कि हमारे बेकसूर बेटों को मार डाला। उन्हें फांसी की सजा होना चाहिए। दो हजार रुपए को लेकर उसके दोस्त का विवाद था। बेटे तो सिर्फ उसके साथ गए थे।
मृतकों की पहचान गायत्री नगर निवासी रोशन सिंह (23) पिता गुलाब सिंह और उत्कर्ष दुबे (22) पिता राजा दुबे के रूप में हुई है। विनेश (20) पिता शिवनारायण गंभीर रूप से घायल है।
वारदात के बाद दैनिक भास्कर ने मृतकों के परिजन और कोतवाली टीआई अजय सिंह से बात की। हालांकि पुलिस और परिवारवालों की अलग–अलग कहानी सामने आ रही है।
27 जुलाई की देर रात चौपाटी पर डबल मर्डर को अंजाम दिया गया था।
पहली कहानी –
आरोपी बोला– डर के मारे अकेला नहीं घूमता था
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रोशन सिंह अपने साथियों के साथ मुझे जहां भी मिलता था, तो गाली देता था। वाद-विवाद करने पर उतारू हो जाता था। इस कारण मैंने अकेले घूमना बंद कर दिया था। अपने साथियों के साथ ही घूमता था। वारदात वाली रात हम लोग पहले से चौपाटी गए थे। यहां कुछ देर बाद रोशन सिंह भी साथियों के साथ पहुंचा। यहां गाड़ी हटाने को लेकर विवाद होने लगा, जिस पर मैंने और दोनों साथियों ने मिलकर उसे चाकू मार दिया। बीच–बचाव करने आए उत्कर्ष और विनेश पर भी हमला किया।

गंभीर रूप से घायल विनेश को जबलपुर मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बर्थर्ड पार्टी में गया था उत्कर्ष, आई मौत की खबर
मृतक उत्कर्ष के भाई छत्तीस दुबे ने बताया कि रविवार रात करीब 10 बजे उत्कर्ष अपने दोस्त विनेश उर्फ भीम और रोशन ठाकुर के साथ एक ही बाइक से ऋतिक मिश्रा की जन्मदिन पार्टी में गया था। दरअसल, विनेश को आरोपी से दो हजार रुपए लेने थे। पार्टी के दौरान विनेश के मोबाइल पर आरोपी का फोन आया। रुपयों को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। आरोपी ने विनेश को चौपाटी पर मिलने बुलाया। विनेश अकेला जाने लगा, तो उत्कर्ष और रोशन भी उसके साथ हो लिए। चौपाटी पहुंचते ही आरोपियों ने उन्हें चाकू मार दिया। इससे विनेश को गंभीर चोट आई, लेकिन उसकी जान बच गई। उत्कर्ष और रोशन की जान चली गई।
छत्तीस दुबे ने कहा कि उत्कर्ष और रोशन ठाकुर का इस विवाद से लेना-देना नहीं था। विवाद पूरी तरह से विनेश और आरोपी पक्ष के बीच था। उन्होंने आशंका जताई कि घटना में तीन नहीं, बल्कि पांच लोग शामिल थे। पुलिस को इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए।

इंजीनियर बनने का सपना टूटा, मां ने मांगा इंसाफ
मृतक उत्कर्ष के पिता रजनीश दुबे ने बताया कि उनके दो बेटे थे, जिनमें उत्कर्ष सबसे छोटा था. उन्होंने उत्कर्ष को 12वीं पास होने के बाद इंजीनियर बनाने का सपना देखा था। प्राइवेट कॉलेज में दाखिले के लिए फॉर्म भी जमा कराया था, लेकिन इस घटना ने सपने चकनाचूर कर दिए।
उत्कर्ष की मां सोनू दुबे हिरवारा ग्राम स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता हैं। सोनू दुबे ने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष था। किसी और के झगड़े ने उसकी जान ले ली। मेरे बच्चे को मुझसे जुदा कर दिया। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, तभी एक मां को न्याय मिलेगा।
रोशन का भाई बोला– अस्पताल से कॉल आया, तुम्हारा भाई पर हमला
मृतक रोशन ठाकुर के भाई मनीष ठाकुर ने बताया कि मेरा भाई से किसी की दुश्मनी नहीं थी। वह मॉल में काम करता था। पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य खराब होने के कारण घर पर रहता था। 27 जुलाई की रात वह अपने दोस्त के साथ बर्थडे पार्टी में जाने का कह कर निकला था। देर रात करीब 12:30 बजे मुझे कॉल आया कि तुम्हारा भाई अस्पताल में लहूलुहान पड़ा है। मैं तुरंत जिला अस्पताल पहुंचा, जहां मेरा भाई रोशन घायल अवस्था में पड़ा था। वहां मौजूद डॉक्टर इलाज करने के बजाय लिखा–पढ़ी में लगे थे। हमने अपना भाई खोया है, इसका दर्द हम ही समझ सकते हैं।

रोशन के पिता गुलाब सिंह रेलवे से रिटायर हैं। उन्होंने बताया कि मेरा बेटा निर्दोष है। यह घटना कैसे हुई, मुझे नहीं मालूम, लेकिन दोषियों को फांसी की सजा होनी चाहिए, तब हमें न्याय मिलेगा।
अब पुलिस की कहानी-

जहां वारदात, हुई वहां सीसीटीवी नहीं
एएसपी संतोष डेहरिया ने बताया कि जहां वारदात हुई, वह नगर निगम की चौपाटी है। मौके पर कोई सीसीटीवी नहीं लगे हैं। इसके लिए नगर निगम को पत्र लिखा है। इसके अलावा, शहर में अपराध रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। संवेदनशील स्थानों पर चेकिंग की जाएगी। एक आरोपी का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड का पता चला है।
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कटनी में डबल मर्डर, तीसरा युवक गंभीर घायल
कटनी में रविवार (27 जुलाई) देर रात करीब 1 बजे चाकू से गोदकर दो युवकों की हत्या कर दी गई। बदमाशों के हमले में एक युवक घायल है, जिसकी हालत गंभीर है। ये वारदात कोतवाली थाने से महज 500 मीटर दूर स्थित चौपाटी की है। पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लिया है। पढ़ें पूरी खबर