नर्मदा नदी उफान पर है। जो खतरे के निशान से 2.2फीट दूर है।
नर्मदापुरम, रायसेन और महाकौशल के कई क्षेत्रों में तीन दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है। इस बारिश के चलते बरगी, बारना और तवा डैम के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। बुधवार सुबह 9 बजे सेठानी घाट पर जलस्तर 9
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नर्मदा नदी में बढ़ते जलस्तर के चलते सेठानी घाट से डोंगरवाड़ा गांव जाने वाला रास्ता बंद हो गया है। यहां नाले में बैकवॉटर का पानी भर गया है। इसी तरह माखननगर के भटवाड़ी में बैकवॉटर आने से माखननगर और नसीराबाद के बीच संपर्क टूट गया है।
प्रशासन सतर्क, स्कूलों की छुट्टी और बाढ़ राहत कैंप शुरू डैमों से छोड़े गए पानी और लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने बुधवार को भी सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। नगरपालिका ने मुनादी कराकर निचली बस्तियों के लोगों को सतर्क किया है। कई स्थानों पर बाढ़ राहत कैंप बनाए गए हैं और रेस्क्यू टीमें तैनात की गई हैं। लोगों को पानी बढ़ते ही सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
961.80फीट जलस्तर पहुंच गया।
जलस्तर बढ़ा तो बजेगा अलार्म, तैयारी पूरी सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत ने बताया कि नर्मदा नदी का जलस्तर बुधवार सुबह 961.80 फीट तक पहुंच गया। 964 फीट पर खतरे का निशान है, जहां अलार्म बजेगा। मंगलवार शाम को अलार्म का ट्रायल किया गया। प्रशासन ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के पूरे इंतजाम कर लिए हैं।

सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीओपी, टीआई ने निरीक्षण किया।
तवा डैम के गेट धीरे-धीरे बंद, बरगी-बारना के गेट अभी खुले मंगलवार रात से तवा डैम के गेट एक-एक करके बंद किए गए हैं। बुधवार सुबह 8 बजे तक 3 गेट खुले हैं। पहले ये 9 गेट 7-7 फीट तक खुले थे। बरगी डैम के 15 और बारना डैम के 8 गेट अब भी खुले हुए हैं।
अगले 4 दिन और बारिश की संभावना मौसम विभाग के वैज्ञानिक पी.के. रैकवार ने बताया कि जिले में अगले चार दिनों तक मध्यम से हल्की बारिश होने का अनुमान है। इस कारण नर्मदा और अन्य नदियों का जलस्तर और बढ़ सकता है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों और निचली बस्तियों के लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

सेठानी घाट पर बैरिकेडिंग की गई है।