सीहोर जिले को दो शववाहन मिले हैं, जिनमें से एक वाहन जिला अस्पताल में मुफ्त सेवा के लिए रहेगा। स्वास्थ्य विभाग ने यह सेवा सरकारी अस्पतालों में मृत्यु के बाद शव को घर या श्मशान तक पहुंचाने के लिए शुरू की है।
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कलेक्टर बालागुरू के. ने बताया कि इस सेवा का मकसद है कि सरकारी अस्पतालों में इलाज के दौरान मरीज की मृत्यु होने पर शव को सम्मान के साथ परिवार तक पहुंचाया जाए। यह सेवा जिले की सीमा में मुफ्त रहेगी। अगर शववाहन उपलब्ध न हो तो कलेक्टर दूसरी गाड़ी की व्यवस्था कर सकेंगे।
सभी शववाहन जिला अस्पताल में रहेंगे और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में काम करेंगे। सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मृत्यु होने पर भी यह सेवा मिलेगी। इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल से संपर्क करेंगे।
शव ले जाने से पहले वाहन चालक को अस्पताल से मृत्यु प्रमाण पत्र लेना जरूरी होगा। यह सेवा सातों दिन चौबीस घंटे चलेगी और हर समय एक चालक मौजूद रहेगा।