3 हजार 800 संभावित मरीजों के बलगम और एक्स-रे की हुई जांच।
मंदसौर में इंडस्ट्रियल एरिया स्लेट पेंसिल कांप्लेक्स में टीबी जागरूकता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। ये कलेक्टर अदिति गर्ग के निर्देश और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी एस चौहान के सानिध्य में हुआ।
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शिविर का उद्घाटन समाज सेवक नाहरू खान और पूर्व पार्षद हाजी आबिद की उपस्थिति में हुआ। टीबी के नोडल अधिकारी डॉ. आरके द्विवेदी ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सेंट्रल टीबी डिवीजन के निर्देशानुसार वाधवानी AI द्वारा VMTB AI एप्लिकेशन के माध्यम से मध्यप्रदेश के 5 जिलों का चयन एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे के लिए किया गया है। इसमें मंदसौर जिले का भी चयन किया गया है।
5 लाख 53 हजार 375 लोगों का सर्वे पूरा इसके तहत जिले के 227 संभावित उच्च जोखिम वाले गांवों में जून 2025 से घर-घर जाकर एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे का कार्य किया जा रहा है। 27 जुलाई 2025 तक 5 लाख 53 हजार 375 लोगों का सर्वे पूर्ण हो चुका है। इस दौरान संभावित क्षय रोगियों में से लगभग 3 हजार 800 मरीजों के बलगम और एक्स-रे की जांच की गई है।
टीबी जागरूकता अभियान में 5.53 लाख लोगों का सर्वे; 137 नए मरीज मिले।
गांव-गांव में एक्सरे किए जा रहे कलेक्टर अदिति गर्ग ने भास्कर को बताया कि इन जांचों से 137 नए टीबी रोगियों की पहचान की गई है। वर्तमान में भी जिला स्तर से चयनित स्थानों पर हैंड हेल्ड एक्स-रे मशीन ले जाकर गांव-गांव में एक्सरे किए जा रहे हैं। जोखिम क्षेत्र की जनसंख्या की टीबी स्क्रीनिंग कर एक्स-रे किए जा रहे हैं।
समय-समय पर जांच करवाने की सला स्वास्थ्य विभाग के जगदीश खींची ने सभी वार्डवासियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने और समय-समय पर अपनी जांच करवाने की सलाह दी। कैंप में समाजसेवक नाहरू खान, पूर्व पार्षद हाजी आबिद और वार्ड के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबीएचवी अजय पांडे, सुपरवाइजर कांता भंडारी, एक्सरे टेक्नीशियन अजय पटेल और उषा कार्यकर्ता भी मौजूद थे।