ईरान-इजराइल युद्ध के बीच फंसा सतना का युवक: दो माह शिप में रहने के बाद घर लौटा; कलेक्टर ने ईरान स्थित भारतीय दूतावास से किया था संपर्क – Satna News

ईरान-इजराइल युद्ध के बीच फंसा सतना का युवक:  दो माह शिप में रहने के बाद घर लौटा; कलेक्टर ने ईरान स्थित भारतीय दूतावास से किया था संपर्क – Satna News



कलेक्टर ने दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद दूतावास ने संबंधित शिप कंपनी से जानकारी लेकर जरूरी दस्तावेज तैयार कराए।

ईरान-इजराइल युद्ध के दौरान पर्शियन गल्फ में फंसे सतना के युवक आकाश द्विवेदी की आखिरकार दो महीने बाद सुरक्षित स्वदेश वापसी हो गई। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस की पहल पर ईरान स्थित भारतीय दूतावास की मदद से शनिवार को आकाश मुंबई पहुंचा, जहां से परिजन उसे ले

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आकाश ने बताया कि अक्टूबर 2021 में मर्चेंट नेवी का कोर्स करने के बाद उसने 17 मार्च 2025 को एक ईरानी मालवाहक जहाज पर नौकरी शुरू की। शुरुआत में सब सामान्य था। जून में वह दुबई पहुंचा, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण जहाज का माल अनलोड नहीं हो सका। इसके बाद जहाज को वापस ईरान भेज दिया गया।

युद्ध के चलते पर्शियन गल्फ में रोक दिया गया जहाज दुबई से लौटते वक्त जब जहाज ईरान के अब्बास बंदरगाह से करीब 15 किलोमीटर दूर पर्शियन गल्फ में था, तभी ईरान-इजराइल युद्ध के चलते हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। जहाज को समुद्र में ही रोक दिया गया। शिप पर 17 क्रू मेंबर थे, जिनमें आकाश सहित दो भारतीय, 5 अन्य देशों के और 10 ईरानी नागरिक थे। ईरानी क्रू जैसे-तैसे जहाज छोड़कर चले गए, लेकिन आकाश और गोरखपुर के प्रिंस शर्मा के पास बीजा और पासपोर्ट पोर्ट कंपनी के पास जमा थे, जिस कारण वे फंसे रह गए।

मोबाइल नेटवर्क भी नहीं, संपर्क टूटता गया जहाज में मोबाइल नेटवर्क ठीक से काम नहीं कर रहा था, जिससे परिवार से संपर्क में भी परेशानी हुई। इधर, सतना के पौराणिक टोला निवासी आकाश के पिता चंद्रभूषण द्विवेदी लगातार बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए परेशान रहे। बेटे की हालत जानने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ती जा रही थी।

ईरानी दूतावास से संपर्क के बाद हुई वापसी आखिरकार 14 जुलाई को चंद्रभूषण द्विवेदी ने सतना कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस से मिलकर बेटे की मदद की गुहार लगाई। कलेक्टर ने दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद दूतावास ने संबंधित शिप कंपनी से जानकारी लेकर जरूरी दस्तावेज तैयार कराए। आकाश के वीजा और टिकट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 31 जुलाई को वह सिराज शहर से प्लेन से मुंबई भेजा गया।

मुंबई में परिवार से मिला, फिर सतना लौटा परिजन पहले ही मुंबई पहुंच चुके थे। शनिवार को आकाश अपने परिवार के साथ सतना स्थित घर लौट आया। सुरक्षित वापसी के बाद आकाश और उनके पिता ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस का आभार जताया।



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