आरोपी मनीष ने युवती पर पेचकस से हमला किया था।
जबलपुर में काॅलेज छात्रा को गिफ्ट देकर पेचकस मारने वाले युवक का रविवार को रांझी मानेगांव में जुलूस निकाला गया। उसे उसी जगह पर ले जाया गया जहां उसने वारदात को अंजाम दिया था।
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आरोपी मोनू और युवती करीब 10 दिन पहले बरगी डैम घूमने गए थे। वहां दोनों में विवाद हो गया तो युवती ने अपने पिता को बुला लिया और उनसे कहा कि मोनू उसे जबरन ले आया था। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद हुआ था।
इसी बात से नाराज होकर युवक ने 1 अगस्त को कॉलेज से लौट रही युवती को रोक लिया। आरोपी ने युवती को पहले गिफ्ट दिया और फिर उस पर पेचकस से हमला कर दिया।
आरोपी और युवती दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। मोनू के घर से 200 मीटर की दूरी पर ही युवती का घर है। इधर, मेडिकल काॅलेज में भर्ती छात्रा की हालत खतरे से बाहर है। पुलिस ने आरोपी युवक के परिजनों से पूछताछ की मामला प्रेम प्रसंग का सामने आया।
चार साल पहले हुई थी दोस्ती आरोपी मनीष उर्फ मोनू कोल (21) और युवती एक ही मोहल्ले में रहते थे। करीब चार साल से दोनों की दोस्ती है। एक-दूसरे के घर अक्सर उनका आना-जाना था।
10 दिन पहले दोनों बाइक में बरगी घूमने गए थे। वहां आपस में विवाद हो गया। गुस्से में युवती ने मोनू का मोबाइल और बाइक की चाबी डैम में फेंक दी। दोनों ही रात भर घर वापस नहीं आए। अगले दिन सुबह करीब 5 बजे मनीष ने बड़े भाई को काॅल किया और सारी घटना बताई।
इसके बाद आरोपी का भाई और युवती के पिता बरगी पहुंचे और उन्हें साथ में लेकर आए। युवती ने पिता को बताया कि मनीष जबरन बाइक में बैठाकर उसे बरगी साथ ले गया था, यही बात मोनू को नागवार गुजरी कि पिता के सामने उसने झूठ बोला।
आरोपी के परिजन बोले-घर में आती थी, दोनों का विवाद भी हुआ था ।
हमले के बाद दोस्त की बाइक से भाग गया बीएससी सेकेंड ईयर में पढ़ने वाली छात्रा शुक्रवार शाम को जब काॅलेज से घर पैदल आ रही थी। विश्वकर्मा मोहल्ले के पास मनीष ने उसे रोका और पेचकस से युवती के गले के पास वार कर दिया।
मनीष युवती पर हमला करने के बाद मनीष उर्फ मोनू दोस्त की बाइक लेकर पनागर के पास झुरझुरु नहर के पास चला गया, उसके बाद राह चलते एक व्यक्ति से फोन लेकर बड़े भाई को काॅल करके सारी घटना बताई।
घटनास्थल के पास रहने वाली महिला ने बताया कि मनीष ने युवती पर हमला करने से पहले एक गिफ्ट भी दिया था, जिसे उसने अपने बैग में रख लिया था। वहीं, एक अन्य महिला का कहना है कि मैंने यह तो नहीं देखा कि उसे किसने मारा है। लेकिन, वह मुझे पैदल घर जाते दिखाई दी थी।
आरोपी की भाभी बोली- वो घर आती थी मनीष की भाभी ने बताया कि दोनों की दोस्ती आज से नहीं बल्कि चार सालों से है। युवती कई बार हमारे घर आई, चाय-नाश्ता भी किया। इतना ही नहीं जब कभी कॉलेज जाने के लिए निकलती, या फिर लौटती थी तो कुछ देर के लिए जरूर रुकती थी।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ही साथ में घूमने गए थे। जब रात 10 बजे तक नहीं आए तो लड़की को डर लगने लगा कि अब क्या बोला जाए। मनीष ने युवती को पिता से बात करने के लिए अपना फोन दिया तो उसने पिता से कहा कि मनीष जबरन घूमने के लिए बरगी डैम ले गया था।
आरोपी की भाभी ने यह भी बताया कि पिता से बात करने के बाद युवती ने उसका मोबाइल और बाइक की चाबी गुस्से में आकर फेंक दी।

रविवार को रांझी पुलिस ने मानेगांव में हमलावर मनीष का जुलूस निकाला।
मां-भाई के सामने झूठा साबित किया था आरोपी मनीष केंद्रीय सुरक्षा संस्थान व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में अटैच कार चलाता था। उसके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला नहीं है। मनीष को इस बात की नाराजगी थी कि उसने अपने माता-पिता और मेरे भाई-मां से यह झूठ क्यों बोला कि मैं जबरन उसे घुमाने के लिए बरगी ले गया था। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई।
इसके बाद शुक्रवार शाम को युवती काॅलेज से घर लौट रही थी। तभी मनीष ने उसे रोका और पूछा कि तुमने झूठ क्यों बोला। दोनों में बहस होने लगी। तभी मनीष ने पेचकस से हमला कर दिया। इसके बाद वह फरार हो गया। घटना के बाद युवती घर पहुंची और परिवार वालों से बताया कि मनीष ने उस पर हमला किया है।
