मंडे मानसून अपडेट: एमपी में कोटे की 76% बारिश: ग्वालियर समेत 9 जिलों का कोटा पूरा, इंदौर फिसड्‌डी; भोपाल-जबलपुर बेहतर – Bhopal News

मंडे मानसून अपडेट: एमपी में कोटे की 76% बारिश:  ग्वालियर समेत 9 जिलों का कोटा पूरा, इंदौर फिसड्‌डी; भोपाल-जबलपुर बेहतर – Bhopal News


लगातार तेज बारिश से कई शहरों में लोगों के घरों तक पानी भर गया। जिसे उतरने में 2-3 दिन लग गए।

मध्यप्रदेश के 9 जिले-ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मुरैना में बारिश का कोटा पूरा हो गया है। सबसे ज्यादा पानी गुना में 45.8 इंच गिरा है। भोपाल, जबलपुर की तस्वीर भी बेहतर है, लेकिन इंदौर फिसड्‌डी है। यहां सबसे कम पा

.

प्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 28.4 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 19 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 9.4 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। मानसून सीजन (1 जून) से जोड़े तो दो महीने बीत चुके हैं। इस दौरान प्रदेश में सामान्य की 76 प्रतिशत बारिश हो गई है।

मानसून को अभी करीब दो महीने बचे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि अगस्त में ही बारिश का कोटा फुल हो जाएगा। बता दें कि मौसम विभाग ने अबकी बार सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।

ग्वालियर, चंबल-सागर सबसे बेहतर एमपी में जब से मानसून एंटर हुआ, तब से पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हो रही है। यहां बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहे। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई।

इसके अलावा ग्वालियर-चंबल में भी मानसून जमकर बरसा है। इस वजह से 9 जिलों में कोटे से ज्यादा पानी गिर गया। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के 8 में से 6 जिलों में कोटा पूरा हो चुका है। 3 जिले सागर और भोपाल संभाग के है। दूसरी ओर, इंदौर और उज्जैन संभाग में सिस्टम की एक्टिविटी कम देखने को मिलीं।

गुना में सबसे ज्यादा 42 इंच पानी गिरा इस बार सबसे ज्यादा पानी गुना में गिरा है। यहां 45.8 इंच बारिश हो चुकी है। मंडला में 44 इंच, टीकमगढ़ में करीब 44 इंच निवाड़ी में 43 इंच और अशोकनगर में 42 इंच के करीब बारिश हो चुकी है।

इन जिलों की अच्छी-बुरी स्थिति विदिशा, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, डिंडौरी, सागर, पन्ना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, नर्मदापुरम और उमरिया में 30 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इंदौर में सबसे कम 11 इंच, बुरहानपुर में 11.1 इंच, बड़वानी में 11.5 इंच, खरगोन में 11.8 इंच ओर खंडवा में 12.8 इंच पानी ही गिरा है।

डैम ओवरफ्लो हुए अब तक हुई बारिश की वजह से कई डैम ओवरफ्लो हो गए हैं। भोपाल के बड़ा तालाब, केरवा-कलियासोत डैम में भी पानी आया है। बड़ा तालाब सिर्फ ढाई फीट ही खाली है। हालांकि, पिछले साल जुलाई में ही कई डैमों के सभी गेट खुल गए थे। इस बार भी जौहिला, बरगी, इंदिरासागर, बारना, अटल सागर, सुजारा, सतपुड़ा, तवा समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। कुल 54 बड़े डैमों में अच्छा पानी आ चुका है।

पिछले सप्ताह लगातार तेज बारिश होने से भोपाल के बड़ा तालाब में 4 फीट पानी बढ़ गया। फुल भरने में डैम को अब सिर्फ ढाई फीट पानी की जरूरत है।

पिछले सप्ताह लगातार तेज बारिश होने से भोपाल के बड़ा तालाब में 4 फीट पानी बढ़ गया। फुल भरने में डैम को अब सिर्फ ढाई फीट पानी की जरूरत है।

ऐसे समझें बारिश का गणित… 40 इंच से ज्यादा बारिश वाले जिले

  • मंडला, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और रायसेन।

30 इंच से ज्यादा बारिश वाले जिले

  • ग्वालियर, विदिशा, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, डिंडौरी, सागर, पन्ना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, नर्मदापुरम और उमरिया।

20 से 30 इंच तक बारिश वाले जिले

  • भोपाल, सीहोर, झाबुआ, अलीराजपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, दतिया, दमोह, शाजापुर, नीमच, भिंड, मुरैना, रीवा, सतना, मैहर, मऊगंज, हरदा, बैतूल, शहडोल और अनूपपुर।

10 से 19 इंच बारिश वाले जिले

  • इंदौर, धार, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, देवास, शाजापुर, मंदसौर, आगर-मालवा।
पिछले सप्ताह भारी बारिश होने से रायसेन में बाढ़ आ गई थी।

पिछले सप्ताह भारी बारिश होने से रायसेन में बाढ़ आ गई थी।

मध्यप्रदेश में कैसा रहेगा यह सप्ताह सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी कम है। इस वजह से बारिश का दौर थमा है। अगले सप्ताह में नया सिस्टम बनने के बाद फिर से तेज बारिश हो सकती है।

5 बड़े शहरों में ऐसा रहेगा मौसम

  • भोपाल: जुलाई के आखिरी सप्ताह में हुई तेज बारिश की वजह से भोपाल में बारिश का आंकड़ा 28 इंच तक पहुंच गया है, जो कोटे की 70 प्रतिशत तक है। अगले सप्ताह तेज बारिश का दौर फिर शुरू होगा। ऐसे में आंकड़ा बढ़ जाएगा। संभाग के रायसेन में सबसे ज्यादा 41 इंच बारिश हो चुकी है। इससे यहां की बारिश का कोटा भी पूरा हो गया है। सीहोर, राजगढ़, विदिशा में भी बारिश का आंकड़ा बढ़ गया है।
  • इंदौर: बारिश के मामले में इंदौर अभी पिछड़ा हुआ है। इंदौर में सबसे कम 11 इंच पानी ही गिरा है। संभाग के बड़वानी, बुरहानपुर और खरगोन में 12 इंच से कम बारिश हुई है। पूरे संभाग में ही तेज बारिश की दरकार है।
  • जबलपुर: पिछले सप्ताह जबलपुर समेत आसपास के जिलों में मानसून की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी रही है। इस वजह से बारिश का आंकड़ा बढ़ गया। जबलपुर में ही 30.7 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। छिंदवाड़ा को छोड़ बाकी जिलों में ज्यादा पानी गिरा है। मंडला में 44 इंच बारिश हो चुकी है।
  • उज्जैन: इस बार उज्जैन संभाग के जिलों में भी मानसून की मेहरबानी कम देखने को मिल रही है। उज्जैन में 14 इंच पानी गिरा है। वहीं, शाजापुर में 14.3 इंच बारिश हुई है। आगर-मालवा में भी 19.8 इंच पानी गिरा है। रतलाम-नीमच में ही आंकड़ा 22 इंच से ज्यादा है।
  • ग्वालियर: ग्वालियर संभाग में अब तक अच्छी बारिश हुई है। संभाग के 5 में से 4 जिले- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में सीजन की बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। शिवपुरी में 23 प्रतिशत पानी ज्यादा गिर चुका है, जबकि इंच के हिसाब से गुना में सबसे ज्यादा 45.8 इंच बारिश हो चुकी है।



Source link