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Balaghat News: लिंगेश्वर मंदिर के पुजारी रमाकांत शुक्ला ने लोकल 18 को बताया कि लिंगा गांव के गुजरी चौक पर स्थित श्री सिद्ध लिंगेश्वर मंदिर (Lingeshwar Temple) पुरातन काल से आस्था का केंद्र है. तपस्वी नागा साधुओ…और पढ़ें
बालाघाट के ऐतिहासिक प्राचीन मंदिरों में लिंगा गांव के लिंगेश्वर मंदिर का भी जिक्र होता है. सावन के महीने में मंदिर में हर दिन रुद्राभिषेक होता है. मंदिर के पुजारी रमाकांत शुक्ला लोकल 18 को बताते हैं कि गांव के गुजरी चौक पर स्थित श्री सिद्ध लिंगेश्वर मंदिर पुरातन काल से आस्था का केंद्र है. बताया जाता है कि प्राचीन काल में वहां पर एक घना जंगल हुआ करता था. उस समय तपस्वी नागा बाबाओं ने अपनी दिव्य शक्तियों से शिवलिंग की स्थापना की थी. इसी के साथ एक झोपड़ीनुमा मंदिर भी बनाया था. इसके बाद से धीरे-धीरे इस मंदिर की ख्याति आसपास के गांव में बढ़ने लगी. दूर-दूर से भक्तगण दर्शन के लिए आते रहते थे.
श्रावण मास में उमड़ता भक्तों का सैलाब
श्रावण मास शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है. ऐसे में शिवालयों में भक्तों का तांता लगा होता है. ऐसे में भक्तगण शिवालयों की ओर कांवड़ लेकर जाते हैं और ‘बम भोले’ के जयकारे लगाते हैं. इस साल सावन मास में अभी तक हजारों श्रद्धालु लिंगेश्वर बाबा के दर्शन के लिए दूर-दूर से आ चुके हैं.
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