केमिकल नहीं, अब घर की बालकनी में उगाइए 8 सेहतमंद सब्जियां, और हर सुबह खाएं ताजी भिंडी और पालक

केमिकल नहीं, अब घर की बालकनी में उगाइए 8 सेहतमंद सब्जियां, और हर सुबह खाएं ताजी भिंडी और पालक


आज के दौर में बाजार की हर चीज पर शक होता है. सब्जी हो या फल, हर जगह मिलावट और केमिकल का डर बना रहता है. ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपके परिवार को शुद्ध और ताजी सब्जियां मिलें, तो अब समय है कि आप खुद अपने घर में ही कुछ खास सब्जियां उगाना शुरू करें.

घर में बागवानी करना कोई मुश्किल काम नहीं है. थोड़ा सा समय, थोड़ी सी जगह और थोड़ी देखभाल – बस, इतनी सी बात है. कई भारतीय सब्जियां ऐसी हैं, जिन्हें आप आसानी से गमले या बालकनी में उगा सकते हैं. न जमीन की जरूरत, न खेत की – बस थोड़ा मन और मेहनत चाहिए.

टमाटर: हर घर की रसोई में इस्तेमाल होने वाला टमाटर गमले में बहुत आसानी से उगाया जा सकता है. टमाटर के बीज को मिट्टी में डालें और रोज हल्का पानी दें. करीब ढाई महीने में पौधा फल देने लगेगा. अगर अच्छे से खाद देते रहेंगे तो जल्दी और ज्यादा टमाटर मिलेंगे.

हरी मिर्च: गर्मी और बारिश का मौसम मिर्च के लिए शानदार होता है. गमले या क्यारी में इसे बो सकते हैं. एक महीने में पौधा तैयार हो जाएगा और फिर धीरे-धीरे हरी मिर्च लगने लगेगी.

बैंगन: बैंगन के लिए थोड़ा गहरा और बड़ा गमला लें. लगभग चालीस दिनों में ये पौधा फल देना शुरू कर देता है. ध्यान रखें कि इस पर कीड़े न लगें, बाकी इसे उगाना आसान है.

पालक: पोषक तत्वों से भरपूर पालक कम जगह में भी उगाई जा सकती है. इसके लिए गहरा गमला नहीं चाहिए. पालक जल्दी उगने वाली सब्जी है और हर दस-पंद्रह दिन में इसकी नई कटिंग ली जा सकती है.

प्याज और लहसुन: प्याज के छोटे बीज या जड़ वाला हिस्सा मिट्टी में लगाएं. कुछ ही दिनों में यह अंकुरित हो जाएगा. लहसुन की कलियों को भी गमले में बो दें और थोड़ा पानी-खाद देते रहें. कुछ हफ्तों में अच्छे खासे पौधे तैयार हो जाएंगे.

भिंडी: भिंडी भी घर की छत या टेरेस गार्डन में आराम से उगाई जा सकती है. एक से दो हफ्ते में पौधा निकलता है और डेढ़ महीने के भीतर भिंडी तोड़ने लायक हो जाती है.

करेला, तोरई और सेम की फली: ये बेल वाली सब्जियां हैं जिन्हें आप अपनी बालकनी की जाली या दीवार के सहारे उगा सकते हैं. करेला जल्दी फल देने लगता है और बाकी दोनों भी करीब पचास दिनों में तोड़ी जा सकती हैं.

क्यों करें शुरुआत?
घर की सब्जियां पूरी तरह केमिकल फ्री होती हैं.
बच्चों को पौधों से जोड़ने का मौका मिलता है.
पैसे की भी बचत होती है और खाने का स्वाद भी बढ़ता है.

अगर आपके पास थोड़ी जगह और थोड़ा वक्त है तो अपने घर के आंगन, छत या बालकनी को एक छोटा सा सब्जीघर बना सकते हैं. हर सुबह अपने हाथों से उगाई गई सब्जी तोड़ने का सुख कुछ और ही होता है.



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