उमरिया जिला मुख्यालय में इन दिनों कपड़ा व्यापारियों को दुकान लगाने के लिए स्थान और अनुमति न मिलने से परेशानी हो रही है। पिछले कई वर्षों से उमरिया आ रहे ये व्यापारी इस बार मुश्किल में हैं।
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जुलाई माह में आए कपड़ा व्यापारियों को 11 अगस्त तक नगर पालिका ने न तो अनुमति दी और न ही स्थान उपलब्ध कराया। जिस स्थान की अनुमति दी गई, वह वन विभाग की भूमि निकली। इस कारण पश्चिम बंगाल के कलकत्ता से आए व्यापारी पिछले 15 दिनों से परेशान हैं।
कपड़ा व्यापारियों के आने का इंतजार जिला मुख्यालय के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के लोगों और ग्रामीणों को रहता है। इसका मुख्य कारण है कि यहां बजट में सस्ते कपड़े मिल जाते हैं।

कपड़ा खरीदने आई रोशनी ने बताया कि यहां पर कपड़े सस्ते और अच्छे मिलते हैं। स्टोर और दुकानों में कपड़े महंगे मिलते हैं। एक अन्य ग्राहक शबीम खान ने बताया कि यहां ब्रांडेड कपड़े भी सस्ते मिलते हैं, इसलिए वह यहां खरीदारी करने आई हैं।

कलकत्ता से आए दुकानदार शाबिर कुरैशी ने बताया कि वे सस्ते कपड़े बेचते हैं और नगर पालिका को बैठकी भी देते हैं। लेकिन उन्हें दुकान लगाने के लिए स्थान नहीं मिला है। उन्होंने दुकान लगाने की अनुमति देने की मांग की है।

मुख्य नगर पालिका अधिकारी किशन सिंह ठाकुर ने बताया कि कपड़ा व्यवसायियों को अनुमति दी गई थी, लेकिन वन विभाग ने उस स्थान पर आपत्ति दर्ज की है। अब दूसरे स्थान पर अनुमति देने पर विचार किया जाएगा।