घायल अवस्था में मोर को फोरेस्ट दल के सुपुर्द उचित उपचार हेतु किया गया।
भिंड में मोर को खाने के लिए सियार से हमला किया। सियार ने उसे झपट्टा मारकर दबोच लिया। मोर चीखने की आवाज सुनकर लोग पहुंचे। मोर को दबाकर सियार कुछ दूर तक भागा लेकिन ग्रामीणों ने सियार से मोर को छुड़वाने में सफल रहे। घायल अवस्था में मोर को उचित उपचार हेतु
.
मामला पावई बिरगवां गांव के पास बीहड़ में सोमवार का है। मोर दाना चुग रहा था, तभी जंगली सियार ने हमला किया।
गांव के नागेश सिंह का कहना है कि
मोर के पंखे सियार द्वारा तोड़ दिए जाने के कारण वो उड़ नहीं पा रहा था। वो घायल हो गया था। घायल अवस्था में मोर को गांव लेकर आए। यहां उचित उपचार हेतु फॉरेस्ट टीम को सूचना दी गई। फॉरेस्ट दल के जवान आए और उचित देखरेख के लिए भिंड लेकर गए है।

दरअसल मामला यह है कि पाबई बिरगवां गांव में टावर के नजदीक बीहड़ में हर रोज बढ़ी तादाद में मोर भोजन की तलाश में एकत्रित होती है। यहां एक राष्ट्रीय पक्षी जमीन पर बैठा हुआ था। वो जमीन पर दाना चुग रहा था तभी घात लगाए बैठे सियार ने झपट्टा मारकर मोर को अपने पंजों और मुंह से पकड़ लिया।
सियार का शिकार होने से पहले मोर बुरी तरह चीखने लगी। आसपास मौजूद ग्रामीणों को मोर पर खतरे का आभास हुआ तो वे मौके पर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मोर को जबड़े में जकड़े सियार लेकर भागने लगा। तभी ग्रामीणों के शोर के डर से जंगली जानवर मोर को छोड़कर भाग खड़ा हुआ।