टीकमगढ़ में महेंद्र सागर तालाब की बधान पर भारी वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। तालाब की ओर जाने वाले मार्ग पर चार अलग-अलग स्थानों पर लोहे के पाइप और गाटर लगाए गए हैं।
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सोमवार को एक ओवरलोड पिकअप वाहन ने जबरन निकलने का प्रयास किया। वाहन लोहे के गाटर में फंस गया और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे पहले भी यहां लगाए गए सुरक्षा गाटर और पाइप वाहनों की टक्कर से टूट चुके हैं।
टीकमगढ़-ललितपुर मार्ग पर तालाब किनारे छह मंदिर हैं। यहां कॉलेज के छात्र भी आते हैं। इनकी सुरक्षा को देखते हुए भारी वाहनों का आवागमन स्थाई रूप से बंद किया गया था। तालाब की बंधान भारी वाहनों के कारण क्षतिग्रस्त हो रही है।
यह समस्या पिछले 12 वर्षों से चली आ रही है। मंदिरों में हजारों श्रद्धालु आते हैं। भारी वाहनों से तालाब के बंधान पर बनी प्राचीन सकरी सड़कों पर दबाव पड़ता है। इससे कंपन होती है और दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
घंटा घर तिराहे पर लोहे का गेट, चित्रगुप्त मंदिर के पास और हायर सेकेंडरी स्कूल के सामने लोहे के पाइप और गाटर लगाए गए हैं। यहां से केवल बाइक और छोटे वाहनों को जाने की अनुमति है। यातायात प्रभारी कैलाश कुमार पटैल ने कहा कि नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
