‘कलेक्टर सर, डेस्क दिलवा दीजिए, फर्श गीला रहता है…’ मासूम बच्चों की चिट्ठी

‘कलेक्टर सर, डेस्क दिलवा दीजिए, फर्श गीला रहता है…’ मासूम बच्चों की चिट्ठी


Last Updated:

Balaghat News: बच्चों ने पत्र में लिखा है कि इस वर्ष बहुत ज्यादा बारिश हुई है. स्कूल के फर्श पर नमी बनी रहती है. नीचे बैठने में भी डर लगता है क्योंकि उनका स्कूल नदी किनारे है. छोटे-छोटे जीव-जंतु जमीन पर घूमते र…और पढ़ें

बालाघाट. सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है. स्कूल की प्रैक्टिकल बुक का एक कागज, उस पर नीली स्याही से लिखा एक आवेदन और कलेक्टर साहब से एक विनम्र निवेदन…और आखिर में 7 बच्चों के हस्ताक्षर. मांग सिर्फ इतनी कि कलेक्टर साहब बैठने के लिए फर्नीचर उपलब्ध करवा दीजिए. ये मासूमियत भरा आवेदन मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के शासकीय हाईस्कूल कुकड़ा के बच्चों ने लिखा है. वे इसे देने के लिए स्कूल से छुट्टी लेकर 65 किलोमीटर दूर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है.

एक तरफ हम 15 अगस्त 2025 को 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कई स्कूल ऐसे हैं, जहां पर छात्र बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं. बालाघाट जिले के लामता तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम कुकड़ा के बच्चे अपनी समस्या लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. पत्र में उन बच्चों ने लिखा कि उनका स्कूल करीब 15 सालों से संचालित हो रहा है लेकिन अब तक बैठने के लिए फर्नीचर तक नहीं मिला है. उनका कहना है कि और तो और सफाई कर्मचारी भी नहीं हैं. ऐसे में स्कूल में हफ्तों तक गंदगी रहती है.

मांग पूरी नहीं हुई तो स्कूल का बहिष्कार
बच्चों ने कलेक्टर साहब से निवेदन किया है कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान करवाएं. अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे स्कूल का बहिष्कार करेंगे. इसके बाद बच्चे ये भी लिखते हैं कि बहिष्कार के बाद सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी. स्कूल के जिन बच्चों ने अपने हितों के लिए मांगें रखी हैं, उनके नाम हैं- अक्षत बिसेन, अतुल, विक्रम, योगेश, ध्रुव, साई और कुंदन राहंगडाले.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homemadhya-pradesh

‘कलेक्टर सर, डेस्क दिलवा दीजिए, फर्श गीला रहता है…’ मासूम बच्चों की चिट्ठी



Source link