रनों की भूख तय करेगी विराट-रोहित का मिशन 2027, क्या है रो-को का प्लान

रनों की भूख तय करेगी विराट-रोहित का मिशन 2027, क्या है रो-को का प्लान


नई दिल्ली. इंग्लैंड दौरे के बाद भारतीय क्रिकेट में जिस बात को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो है वनडे क्रिकेट में रो-को का भविष्य. इसमें कोई शक नहीं कि विराट कोहली और रोहित शर्मा, दोनों ही सफ़ेद गेंद के दिग्गज रहे हैं.  लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनकी उपस्थिति सीमित हो गई है, इसलिए 2027 के विश्व कप में उनकी जगह पक्की होगी या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वे वहाँ पहुँचने के लिए कितने उत्सुक हैं.  विराट कोहली और रोहित शर्मा के बारे में, और क्या वे 2027 में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप में खेलेंगे, इस बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है.

सबसे पहली बात, यह किसी का भी हक़ नहीं है वो अपनी जगह टीम में पक्की मान ले फिर वो चाहे रोहित और कोहली ही क्यों न हों. अगर उन्हें इसका हिस्सा बनना है, तो उन्हें भूखा होना होगा और वहाँ पहुँचने का अपना अधिकार अर्जित करना होगा.  आखिरकार, सब कुछ प्रदर्शन पर निर्भर करता है, और अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें किसी भी तरह से जगह से वंचित नहीं किया जा सकता.

याद करें चैंपियंस ट्रॉफी 

पिछली बार जिस टूर्नामेंट में उन्होंने हिस्सा लिया था, उसमें रोहित ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई थी. इसके अलावा, उन्होंने फाइनल में भी शानदार प्रदर्शन किया था.  कोहली का भी यह टूर्नामेंट बहुत अच्छा रहा था. प्रदर्शन के आधार पर, और यही एकमात्र पैमाना है, ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए दोनों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.  और यही बात मायने रखेगी कि  दोनों का ऑस्ट्रेलिया में  प्रदर्शन कैसा रहेगा ? क्या उनमें अब भी उतनी ही भूख है? ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद, क्या वे 2026 में होने वाले वनडे मैचों के लिए अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं?

कम खेलेंगें मैच तो कैसे हो ‘मैच’

चूँकि विराट रोहित  अब टेस्ट टीम या टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं, इसलिए इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की संभावनाएँ बहुत कम हैं. यहीं समस्या है क्योंकि  खेल से लंबे समय तक दूर रहना किसी के लिए भी अच्छा नहीं हो सकता.  इसलिए विकल्प आसान है खुद को फिट रखने के लिए दोनों को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा यानि घरेलू 50 ओवर का टूर्नामेंट खेलें, रन बनाएँ और भारत के लिए खेलना जारी रखें ऐसा करने की भूख ही इन दोनों दिग्गजों का आगे का रास्ता तय करेगी.

रोहित में कितनी बची है भूख ?

सबसे पहले बात शर्मा जी की करें तो  रोहित ने 50 ओवर का विश्व कप नहीं जीता है. वह 2011 में चूक गए, 2015 और 2019 में करीब पहुँच गए, जबकि 2023 में उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा.  यही एक ट्रॉफी है जो उनके कैबिनेट से गायब है. यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करेगा कि उनका शरीर अगले दो सालों तक कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार है या नहीं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कठिनाइयाँ बहुत कुछ माँगती हैं, और भारत में मौजूद प्रतिभाओं के साथ, रोहित को आगे बने रहने के लिए बहुत कुछ करना होगा.

कोहली के सामने ‘विराट’ चैलेंज

कोहली के लिए भी, 2027 उनके करियर का सबसे बेहतरीन अंत साबित हो सकता है. हालाँकि 2011 से उनके नाम 50 ओवरों का खिताब है, लेकिन बिना किसी धमाकेदार प्रदर्शन के बाहर होना हमारे समय के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक के लिए बिलकुल सही नहीं होगा. हालाँकि खेल कभी-कभी कठोर हो सकता है, लेकिन सच्चाई यह है कि कोहली अपनी क्षमता का पूरा इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उदाहरण के लिए, आईपीएल में उनके प्रदर्शन से पता चलता है कि वह ऐसा कर सकते हैं. उनमें भूख है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह कितना आगे बढ़ना चाहते हैं.

फिलहाल, सभी की निगाहें अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली सफ़ेद गेंदों की सीरीज़ पर टिकी हैं. एक कम महत्वपूर्ण सीरीज़ अब एक बेहद महत्वपूर्ण सीरीज़ का रूप ले लेगी, क्योंकि कोहली और रोहित दोनों के ऑस्ट्रेलिया जाने वाली टीम का हिस्सा होने की उम्मीद है क्या यह उनका आखिरी दौरा हो सकता है? क्या हम उन्हें ऑस्ट्रेलिया के बाद भी देख पाएंगे? 25 अक्टूबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में होने वाला मैच एक बड़ा मौका हो सकता है.



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