टीका लगाकर जब पंडित जी ने पाक को धोया, 41 साल पहले एशिया कप का हुआ था आगाज

टीका लगाकर जब पंडित जी ने पाक को धोया, 41 साल पहले एशिया कप का हुआ था आगाज


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पहली बार एशिया कप का आयोजन साल 1984 में हुआ. 13 अप्रैल 1984 को टीम इंडिया ने फाइनल में अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर खिताब पर कब्जा किया था. इस तरह से टीम इंडिया ने पहलाा एशिया कप जीत लिया था. भारत ने…और पढ़ें

टीका लगाकर जब पंडित जी ने पाक को धोया, 41 साल पहले एशिया कप का हुआ था आगाजसुनील गावस्कर की कप्तानी में भारतीय टीम ने 41 साल पहले जीता था एशिया कप
नई दिल्ली. 2025 एशिया के लिए टीम का ऐलान हो चुका है टीमों ने कमर कसना शुरु कर दिया है और अपने अतीत में झांकना भी शुरु कर दिया है. भारत का एशिया कप में दबदबा शुरु से रहा है खासतौर पर पहले टूर्नामेंट को याद करे जो 41 साल पहले 1984 में खेला गया. 1983 वर्ल्ड कप जीतकर भारत के हौसले बुलंद थे बस फर्क इतना था कि कपिल देव की जगह कप्तानी सुनील गावस्कर के हाथों में आ चुकी थी.

पहली बार एशिया कप का आयोजन साल 1984 में हुआ. 13 अप्रैल 1984 को टीम इंडिया ने फाइनल में अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर खिताब पर कब्जा किया था. इस तरह से टीम इंडिया ने पहला एशिया कप जीत लिया था. भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 54 रन से हराया था. ये जीत इसलिए भी मायने रखती थी क्योंकि बिना कपिल देव के भारतीय टीम ने टूर्नामेंट जीता था.

पहले एशिया कप पर भारत का कब्जा 

वनडे क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए  शारजाह में पहली बार एशिया कप का आयोजन किया गया था. फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया. टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 54 रन से हराया और खिताब पर कब्जा किया था. बेहतरीन खेल के लिए सुरिंदर खन्ना प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. उन्होंने शानदार 56 रन की पारी खेली थी. इस दौरान उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के लगाए थे.. भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सुरिंदर खन्ना और गुलाम पारकर बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरे. दोनों बल्लेबाजों ने टीम इंडिया को एक सधी हुई शुरुआत दी. इसके बाद दिलीप वेंगसरकर बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरे. लेकिन 14 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए.

वेंगसरकर के आउट होने के बाद क्रीज पर आए संदीप पाटिल ने मोर्चा संभाल लिया. संदीप और सुरिंदर ने टीम का स्कोर 110 रन तक पहुंचाया. लेकिन इस स्कोर पर सुरिंदर खन्ना आउट हो गए. अब पूरी जिम्मेदारी संदीप पाटिल पर आ गई थी. इसमें पाटिल को सुनील गावस्कर का पूरा सहयोग मिला. दोनों खिलाड़ियों ने शानदार बैटिंग की और उसके बाद कोई विकेट नहीं गिरने दिया. टीम इंडिया ने 46 ओवर के इस मैच में 4 विकेट खोकर 188 रन का स्कोर खड़ा किया. संदीप पाटिल 43 रन और सुनील गावस्कर 36 रन बनाकर नॉटआउट रहे.

स्पिन-के जाल में फंसी पाकिस्तान 

189 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही. टीम इंडिया के गेंदबाजों ने शुरू से पाकिस्तान पर शिकंजा कसे रखा. टीम इंडिया को पहली सफलता जल्दी मिल गई. जब पाकिस्तान का स्कोर 23 रन था तो सादात अली को रवि शास्त्री ने आउट किया. इसके बाद मोहशीन खान और मुदस्सर नजर ने मोर्चा संभाला. लेकिन दोनों कुछ खास नहीं कर पाए. टीम का स्कोर जब 69 रन था तो मोहशीन खान भी आउट हो गए. इसके बाद पाकिस्तान को लगातार झटके लगते रहे और पूरी टीम 134 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई. इस तरह से टीम इंडिया ने ये मैच 54 रन से जीत लिया. पाकिस्तान की तरफ से मोहशीन खान ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाए.

रवि शास्त्री और रोजर बिन्नी ने शानदार गेंदबाजी की. दोनों ने पाकिस्तान के 3-3 खिलाड़ियों को आउट किया. पहले एशिया कप के फाइनल में सुरिंदर खन्ना को शानदार बल्लेबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के अलावा श्रीलंका की टीम ने हिस्सा लिया था. टूर्नामेंट का पहला मैच पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया था. इस टूर्नामेंट से चेतन शर्मा और मनोज प्रभाकर जैसे तेज गेंदबाज भारत को मिले.

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