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एशिया कप की चुनी गई टीम को देखकर लग रहा है कोई पावरफुल शख्स अपने चहेतो को टीम में किसी भी तरह से सेट कर रहा है इसीलिए बिना बात के अक्षर पटेल से उप कप्तान का पद छीन लिया गया, रिंकु सिंह बहुत औसत प्रदर्शन के बाद …और पढ़ें

एशिया कप की चुनी गई टीम को देखकर लग रहा है कोई पावरफुल शख्स अपने चहेतो को टीम में किसी भी तरह से सेट कर रहा है इसीलिए बिना बात के अक्षर पटेल से उप कप्तान का पद छीन लिया गया, रिंकु सिंह बहुत औसत प्रदर्शन के बाद टीम में जगह बचाने में कामयाब रहे और चीफ सेलेक्टर जब टीम का ऐलान करते है तो जितेश शर्मा का नाम पहले आता है जो साफ करता है कि संजु सैमसन टीम के दूसरे विकेटकीपर है और वो ओपनर के तौर पर अपनी जगह खो चुके है.
आईपीएल से पहले अक्षर पटेल को हार्दिक पंड्या की जगह टी-20 टीम का कप्तान बनाया गया और तब ये लगा कि जिस तरह का प्रदर्शन अक्षर दे रहे है वो लंबे समय तक टीम के कप्तान बने रहेंगे. भारतीय टीम के उप कप्तान बनने के बाद अक्षर को दिल्ली कैपिटल्स ने अपना कप्तान बना दिया और उनकी अगुआई में टीम ने अच्छा प्रदर्शन भी किया. सबकुछ ठीक चल रहा था कि अब एशिया कप आता है तो अचानक अक्षर पटेल की उप कप्तानी छीन ली जाती है. अब सवाल ये है कि क्या शुभमन गिल सिर्फ बतौर बल्लेबाज खेल नहीं सकते या कहीं नियम है कि टेस्ट के कप्तान को कम से कम उप कप्तान बनाया जाए . पर ऐसा हुआ और अब शुभमन गिल ना सिर्फ टीम में हैं साथ ही वो सूर्यकुमार यादव के लिए एक सिग्नल भी है.
श्रेयस अय्यर के रिजेक्शन और रिंकू और शिवम दुबे के सेलेक्शन से दो सवाल खड़े होते है. पहला क्या ये दोनों अय्यर से बेहतर बल्लेबाज है जवाब होगा नहीं अब दूसरा सवाल बल्लेबाजी क्रम को लेकर आता है क्या श्रेयस अय्यर को उपर खिलाकर हार्दिक अक्षर और जीतेश शर्मा से मैच फिनिशर की भूमिका नहीं निभाई जा सकती थी. अब बात शिवम दुबे की जो पूरे आईपीएल में गेंदबाजी ना के बराबर करते है वो बतौर आलराउंडर टीम में जगह बचाने में कामयाब हो जाते है.
चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर जब टीम में शामिल खिलाड़ियों के नाम गिना रहे थे तो उसमें पहला नाम जितेश शर्मा का लिया जाता है जिसको सुनकर हर कोई चौंकता है क्योंकि संजू इससे पहले टीम की पहली पसंद थे पर शुभमन गिल के आने टीम का समीकरण पूरी तरह से बदल गया है. गिल और अभिषेक पारी की शुरुआत करते है तो संजू की जगह जाएगी और फिर टीम में इंट्री होगी जितेश की क्योंकि नीचे नंबर पर वो ज्यादा बेहतर योगदान दे सकते है. साफ है एशिया कप की चुनी गई टीम में सेलेक्शन से ज्यादा चर्चा रिजेक्शन से हो रही है.