खरगोन लॉ कॉलेज को 15 साल बाद मिली अनुमति, LLM के लिए नहीं जाना होगा भोपाल-इंदौर, जानें कब होगा एडमिशन

खरगोन लॉ कॉलेज को 15 साल बाद मिली अनुमति, LLM के लिए नहीं जाना होगा भोपाल-इंदौर, जानें कब होगा एडमिशन


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Khargone Law College News: खरगोन लॉ कॉलेज में जल्द ही LLM का कोर्स शुरू होने जा रहा है. अब आसपास के छात्रों को मास्टर ऑफ लॉ करने के लए दूसरे बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा…

Khargone News: मध्य प्रदेश के खरगोन सहित आसपास के जिले के छात्रों के लिए खुशखबरी है. अब मास्टर ऑफ लॉ की पढ़ाई के लिए उन्हें इंदौर, भोपाल जैसे बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा. चूंकि, खरगोन के सरकारी लॉ कॉलेज (विधि महाविद्यालय) को LLM (मास्टर ऑफ लॉ) पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति मिल गई है. क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय ने इसे सत्र 2025-26 से लागू करने की मंजूरी दे दी है. जल्द ही प्रवेश प्रकिया शुरू होगी.

कॉलेज प्रशासन के अनुसार, इस सत्र से दो वर्षीय LLM कोर्स की शुरुआत होगी. प्रथम वर्ष में कुल 30 सीटें निर्धारित की गई हैं. प्राचार्य डॉ. दिग्विजय सिंह मंडलोई ने बताया, अनुमति मिलने के बाद जल्द ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग से एडमिशन हेतु एक अतिरिक्त राउंड की मांग भी की गई है. इससे उन छात्रों को भी अवसर मिलेगा, जो अब तक सीट न मिलने या समय निकल जाने के कारण वंचित रह गए थे.

लंबे समय से की जा रही थी मांग 
बता दें, जिले में LLM की पढ़ाई शुरू होने की मांग करीब 15 वर्षों से उठाई जा रही थी. छात्रों और जनप्रतिनिधियों ने कई बार इसे लेकर आवाज उठाई थी. अब तक छात्रों को मास्टर ऑफ लॉ की पढ़ाई के लिए इंदौर, भोपाल, खंडवा जैसे शहरों में जाना पड़ता था. बड़वानी कॉलेज में भी यह कोर्स सीमित सीटों पर ही संचालित होता था. नई सुविधा मिलने से खरगोन और आसपास के हजारों छात्रों को घर के पास ही उच्च शिक्षा का अवसर मिलेगा.

आदिवासी क्षेत्र के छात्रों को बड़ी राहत
लॉ कॉलेज के HOD प्रो. चंद्रभान त्रिवेदी ने बताया कि इस खरगोन में LLM पाठ्यक्रम शुरू होने से खासकर आदिवासी क्षेत्र के छात्रों को बड़ा लाभ होगा. अब उन्हें पढ़ाई के लिए बड़े शहरों में जाकर किराया, हॉस्टल और अन्य खर्च उठाने की जरूरत नहीं होगी. स्थानीय स्तर पर कोर्स उपलब्ध होने से न सिर्फ आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि छात्रों को पारिवारिक सहयोग भी मिल सकेगा. इससे उनकी पढ़ाई बीच में रुकने की समस्या भी दूर होगी.

पीएचडी रिसर्च सेंटर की भी होगी तैयारी
कॉलेज प्रशासन के अनुसार, LLM पाठ्यक्रम की शुरुआत के साथ ही कॉलेज को भविष्य में शोध केंद्र बनाने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे. इससे यहां Ph.D स्तर तक पढ़ाई और शोध की सुविधा विकसित होगी. प्रिंसिपल ने कहा कि इस कदम से जिले के छात्रों को न्यायिक सेवा, वकालत और शोध कार्य जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए मजबूत प्लेटफॉर्म मिलेगा.

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खरगोन लॉ कॉलेज को 15 साल बाद मिली अनुमति, LLM के लिए नहीं जाना होगा बाहर



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