धार में विवादित इमामबाड़ा सील: रात 3 बजे बेदखली अधिनियम के तहत कार्रवाई, पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात – Dhar News

धार में विवादित इमामबाड़ा सील:  रात 3 बजे बेदखली अधिनियम के तहत कार्रवाई, पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात – Dhar News


धार में चार कंपनियां तैनात की गई हैं, जिनमें इंदौर, दतिया, भोपाल की कंपनियां और एसटीएफ शामिल हैं।

धार शहर में बीती रात प्रशासन ने विवादित इमामबाड़ा को बेदखली अधिनियम के तहत सील कर दिया। बुधवार तड़के लगभग 3 बजे कार्रवाई शुरू हुई और डेढ़ घंटे तक चली। कार्रवाई में एसडीएम, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और तहसीलदार मौके पर मौजूद थ।

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राजस्व अधिकारियों ने इमामबाड़े को ताजिया कमेटी के अधिपत्य से मुक्त कराया और परिसर को सील कर दिया। अब प्रशासन ने इमामबाड़ा का कब्जा लोक निर्माण विभाग (PWD) को सौंप दिया है।

सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए परिसर और शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। धार नगर में चार कंपनियां तैनात की गई हैं, जिनमें इंदौर, दतिया, भोपाल की कंपनियां और एसटीएफ शामिल हैं। आसपास के चार जिलों झाबुआ, आलिराजपुर, खरगौन और बड़वानी से भी अतिरिक्त पुलिस बुलवाई गई। प्रमुख चौराहों और संवेदनशील क्षेत्रों में वज्र और रुद्र वाहन तथा टीयर गैस पार्टी भी तैनात की गई है।

हिंदू पंचायत ने भवन पर तालाबंदी करने कहा था दरअसल, 9 जुलाई को हिंदू पंचायत बुलाई गई थी, जिसमें स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बेदखली अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की थी। पंचायत में मौजूद लोगों ने कहा था कि यदि प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है, तो 31 जुलाई को सामूहिक रूप से भवन पर तालाबंदी करेंगे।

बीती रात की कार्रवाई चालीसवें के ताजिया विसर्जन के बाद की गई। SDM कार्यालय में 1 प्रकरण के अंतर्गत इमामबाड़ा पर कार्रवाई की गई।

एहतियात के तौर पर शहर में एडीशनल पुलिस बल तैनात किया गया है।

अब पूरा मामला समझिए दरअसल, शहर के हटवाड़ा क्षेत्र में स्थित पीडब्ल्यूडी भवन के एक हिस्से को वर्षों से इमामबाड़ा के रूप में ताजिया कमेटी द्वारा उपयोग किया जा रहा है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि यह शासकीय सांस्कृतिक मंच है, जिस पर ताजिया कमेटी ने अवैध कब्जा कर लिया है। इसे लेकर बीते दो वर्षों से सांस्कृतिक धरोहर रक्षा समिति द्वारा मुहिम चलाई जा रही है। समिति की मांग थी कि भवन को सांस्कृतिक उपयोग के लिए सभी धर्मों के लिए समान रूप से उपलब्ध कराया जाए।

सांस्कृतिक मंच के रूप में इस्तेमाल की मांग सांस्कृतिक धरोहर रक्षा समिति का कहना है कि यह भवन सांस्कृतिक मंच के रूप में इस्तेमाल होता रहा है। जैसे ताजिया रखने की अनुमति दी जाती है, वैसे ही गणेश उत्सव के लिए भी किराए पर भवन उपलब्ध कराया जाए। समिति का कहना है कि भवन के स्थायी कब्जे को लेकर प्रशासनिक लापरवाही हो रही है।

इमामबाड़ा वाले इलाके को तो छावनी में बदल दिया है।

इमामबाड़ा वाले इलाके को तो छावनी में बदल दिया है।

मुस्लिम समाज सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाएगा

मुस्लिम समाज के सदर अब्दुल समद ने बताया कि उन्हें इमामबाड़ा पर की गई कार्रवाई की जानकारी नहीं थी। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। सुनवाई 22 या 23 अगस्त को हो सकती है।

हिंदू समाज ने हर्ष व्यक्त किया सांस्कृतिक धरोहर रक्षा मंच के संयोजक अंशुल शर्मा ने इमामबाड़ा पर कार्यवाही को हिंदू समाज की जीत बताया। उन्होंने सभी हिंदू समाजजनों से आज शाम 7 बजे अपने घरों के सामने दीप प्रज्जवलित करने का आव्हान किया। सुबह से ही शहर में हर्ष की लहर देखी गई।



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