भगदड़ नहीं होना चाहिए था…वेंकटेश प्रसाद को सता रहा ये डर

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वेंकटेश प्रसाद का कहना है कि उनके लिए चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम की खोई हुई गरिमा को वापस लाना पहली प्राथमिकता होगी. प्रसाद ने कहा कि चिन्नास्वामी में क्रिकेट की वापसी कराने पर भी उनकी नजर है. भारत का यह तेज…और पढ़ें

भगदड़ नहीं होना चाहिए था...वेंकटेश प्रसाद को सता रहा ये डरवेंकटेश प्रसाद केएससीए के चुनाव में उम्मीदवार होंगे.
नई दिल्ली. वेंकटेश प्रसाद का कहना है कि बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम में भगदड़ नहीं होनी चाहिए थी.उन्होंने कहा कि जो कुछ भी यहां हुआ उससे वह बहुत दुखी हैं.चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्रिकेट की वापसी पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद के घोषणा पत्र में शामिल है.उन्होंने अपने पैनल का घोषणापत्र जारी करके आगामी कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) चुनावों में भाग लेने की दिशा में पहला ठोस कदम उठाया. चार जून को बेंगलुरु में हुई भगदड़ में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के 11 प्रशंसकों की जान चली गई थी. जिसके बाद इस प्रतिष्ठित स्टेडियम में कोई मैच नहीं हुआ है. अब यहां अगले महीने होने वाले आईसीसी महिला विश्व कप के मुकाबलों पर भी खतरा मंडरा रहा है.

वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) ने घोषणापत्र जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘सच कहूं तो यह (भगदड़) कुछ ऐसा है जो नहीं होना चाहिए था. हमें (राज्य) सरकार के साथ संपर्क में बहुत सक्रिय होना होगा. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में जल्द से जल्द मैच खेले जाएं.’ प्रसाद ने संकेत दिया कि उनके उम्मीदवारों के पैनल में 16 सदस्य होंगे। हालांकि उन्होंने इस समय उनके नाम बताने से परहेज किया.

केएससीए के चुनाव अक्टूबर या नवंबर में हो सकते हैं क्योंकि रघुराम भट के नेतृत्व वाले मौजूदा पदाधिकारी 30 सितंबर को अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लेंगे. प्रसाद ने कहा, ‘जहां तक स्टेडियम की बात है तो हमें इसकी खोई हुई गरिमा वापस लाने की जरूरत है. हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को वापस लाना चाहते हैं.’ अनुभवी कोच, चयनकर्ता और प्रशासक 56 वर्षीय प्रसाद ने 2013 से 2016 तक केएससीए के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था. तब अनिल कुंबले केएससीए के अध्यक्ष थे. लेकिन उसके बाद से प्रसाद ने प्रशासनिक कार्यों से दूरी बना ली और कोचिंग करियर पर ध्यान केंद्रित किया तथा साथ ही मीडिया जगत में क्रिकेट विशेषज्ञ के रूप में भी काम किया.

बकौल वेंकटेश प्रसाद , ‘हमने देखा है कि हर अंतरराष्ट्रीय मैच बेंगलुरु से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है. यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित स्थल है – चिन्नास्वामी स्टेडियम जो पिछले 50 वर्षों से खड़ा है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है जहां अंतरराष्ट्रीय मैच बाहर स्थानांतरित किए गए हों. यह अच्छी बात नहीं है.’वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भी रह चुके हैं. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स (पूर्व में किंग्स इलेवन पंजाब) के साथ भी कोच के रूप में काम किया था.

Kamlesh Raiचीफ सब एडिटर

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें

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