शाजापुर में भारतीय किसान संघ ने सोमवार को मोहन बड़ोदिया तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ ने बीमा कंपनियों के द्वारा किसानों को दिए गए फसल बीमा में विसंगतियों का आरोप लगाते हुए इसे किसानों के साथ धोखा बताया है।
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किसानों ने ज्ञापन में कहा कि बीमा कंपनियों ने तीन वर्षों का जो बीमा दिया है, वह किसानों के साथ मज़ाक जैसा लग रहा है। उन्होंने शासन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि बीमा कंपनियों की मनमानी पर सरकार का हस्तक्षेप ना करना संदेह पैदा करता है। किसानों ने मांग की है कि सरकार बीमा कंपनियों को आदेश देकर किसानों को इस धोखाधड़ी से राहत दिलाए।
इसके साथ ही किसानों ने बताया कि वर्तमान में ‘पीला मौज़ेक’ नामक बीमारी और कम बारिश के कारण उनकी सोयाबीन की फसल खराब हो गई है। उन्होंने सरकार से इस नुकसान का विधिवत सर्वे कराकर जल्द से जल्द मुआवज़ा देने की मांग की है, ताकि किसान इस आर्थिक बोझ से उबर सकें। किसानों ने अपनी इन समस्याओं को लेकर मीडिया से भी चर्चा की।
लापरवाही का आरोप
भारतीय किसान संघ का कहना है कि सरकार को इस मामले में तुरंत दखल देना चाहिए, क्योंकि बीमा कंपनियां अपनी मनमानी कर रही हैं और इसका सीधा नुकसान किसानों को हो रहा है। किसानों ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आगे बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
