वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड जीता: 48 किलो वर्ग में कुल 193 किलो वजन उठाया; पेरिस ओलिंपिक के बाद पहला टूर्नामेंट खेला

वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड जीता:  48 किलो वर्ग में कुल 193 किलो वजन उठाया; पेरिस ओलिंपिक के बाद पहला टूर्नामेंट खेला


  • Hindi News
  • Sports
  • Weightlifter Mirabai Chanu Won Gold At Commonwealth Championships Dainik Bhaskar

अहमदाबाद12 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

मीरबाई चानू स्नैच के अपने पहले प्रयास में असफल रहीं।

इंडियन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड जीत लिया हैं। एक साल के लंबे ब्रेक के बाद वापसी करते हुए चानू ने सोमवार को कुल 193 किलो का वजन उठाया। यह टूर्नामेंट अहमदाबाद में खेला जा रहा है। पेरिस ओलिंपिक के बाद यह उनका पहला टूर्नामेंट था।

टोक्यो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट ने स्नैच में 84 किलो और क्लीन एंड जर्क में 109 किलो का वजन उठाया। उन्होंने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड तोड़ते हुए 48 किलो वर्ग में जीत हासिल की।

चोट की वजह से थकी हुई दिखीं चोट की वजह से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में लौटते हुए 31 वर्षीय मीराबाई इवेंट के समय थोड़ी थकी हुई नजर आईं। उन्होंने 6 प्रयासों में से केवल तीन सफल लिफ्ट किए। स्नैच में अपने पहले प्रयास 84 किलो पर वह असफल रहीं और दाहिने घुटने को पकड़ते दिखाई दी। हालांकि दूसरे प्रयास में उन्होंने यही वजन आराम से उठा लिया। मीराबाई तीसरे प्रयास में 89 किलो उठाने की कोशिश में भी नाकाम रही।

मीराबाई चानू ने 3 सफल लिफ्ट किए।

मीराबाई चानू ने 3 सफल लिफ्ट किए।

मुकाबले में चानू के टक्कर का कोई नहीं था कामनवेल्थ चैंपियनशिप में मीराबाई को कड़ी चुनौती देने वाला कोई खिलाड़ी नहीं था। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 105 किलो से शुरुआत की। फिर उसे बढ़ाकर 109 किलो तक पहुंचाया, लेकिन 113 किलो का अंतिम प्रयास वे पूरा नहीं कर सकीं।

मलेशिया की आइरीन हेनरी ने कुल 161 किलो (73 किलो + 88 किलो) उठाकर सिल्वर मेडल जीता, जबकि वेल्स की निकोल रॉबर्ट्स ने कुल 150 किलो (70 किलो + 80 किलो) के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। जूनियर कैटेगरी में सौम्या दालवी ने स्वर्ण पदक जीता।

मीराबाई ने क्लीन एंड जर्क में 105 किलो से शुरुआत की।

मीराबाई ने क्लीन एंड जर्क में 105 किलो से शुरुआत की।

49 किलो वर्ग से शिफ्ट हुई 31 वर्षीय चानू पहले 49 किलो वर्ग में वेटलिफ्टिंग करती थी। हालांकि पिछले ओलिंपिक में 49 किलो वर्ग हटा दिया गया, जिस वजह से उन्हें 48 किलो वर्ग में शिफ्ट होना पड़ा। पिछले साल अगस्त में पेरिस खेलों में के बाद मीराबाई पहली बार किसी टूर्नामेंट में भाग ले रही थी।

पेरिस में मेडल से चूकी थीं मीराबाई पेरिस ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रही थीं। हाल के वर्षों में चोटों से जूझती रहीं मीराबाई ओलिंपिक में एक किलोग्राम से पोडियम स्थान से चूक गई थीं। मीराबाई ने 2028 लॉस एंजिल्स खेलों के लिए नए ओलिंपिक भार वर्ग लागू होने के बाद 49 किग्रा से 48 किग्रा में जाने का फैसला किया है।

स्नैच में 90 किलोग्राम का वजन उठाने का टारगेट मुख्य राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा के साथ मिलकर काम करते हुए चानू अपनी तकनीक को भी निखार रही हैं। उनका मुख्य टारगेट स्नैच में 90 किलोग्राम का वजन उठाना हैं।

अक्टूबर में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में शीर्ष पर पहुंचने की तैयारी में जुटी चानू ने हाल ही में कहा था कि, मैं अहमदाबाद में पूरी ताकत नहीं लगाऊंगी क्योंकि मैं विश्व चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हूं। मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य एशियाई खेल हैं जहां मुझे विश्व रिकॉर्ड तोड़ना और मेडल जीतना है क्योंकि मैंने अभी तक वहां कोई रिकॉर्ड नहीं बनाया है।

खबरें और भी हैं…



Source link