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Railway Knowledge: रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म में घुसने से लेकर ट्रेन में सफर करने तक हर रेल यात्री का सामना टीसी या टीटीई से जरूर होता है. लेकिन बहुत कम लोगों को इनके बारे में पता होता है. यहां जानें सब…
टिकट चेक करना पहला काम
जबलपुर रेलवे से रिटायर्ड अधिकारी एसके श्रीवास्तव ने बताया, TC (Ticket Collector) का पहला काम यात्रियों की टिकट चेक करना होता है. ये ज्यादातर प्लेटफॉर्म या स्टेशन के गेट पर मिलते हैं. वहीं TTE (Travel Ticket Examiner) ट्रेनों में यात्रियों की टिकटों की जांच करते हैं. आईडी देखते हैं ओर सीट का ब्योरा रखते हैं. इतना ही नहीं, यात्रियों के पास वैध टिकट हो और कोई भी यात्री बिना टिकट यात्रा न करे, इसे भी सुनिश्चित करते हैं. जुर्माना राशि वसूल करते हैं.
आगे बताया अमूमन टीटीई और टीसी टिकट चेक कर रहे अधिकारी को कहा जाता है. जहां दोनों एक ही होते हैं, जिन्हें अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है. टीटीई का अर्थ होता है ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर और टीसी का अर्थ होता है टिकट कलेक्टर या टिकट चेकर. टीसी काले कोट में होते ही हैं, बल्कि सादी वर्दी में भी टीसी होते हैं, जो फ्लाइंग स्क्वॉड की तरह स्टेशन में बिना टिकट कर रहे यात्रियों को पकड़ने का काम करते हैं.
इस तरह होती है टीसी की सैलरी
टीसी की सैलरी करीब 40 हजार तक होती है, जिसमें सभी प्रकार के भत्ते शामिल होते हैं. वेतन 5200 से लेकर 20,200 तक 1900 ग्रेड पे महंगाई भत्ता (DA) के साथ ही हाउस रेंट अलाउंस (HRA) और अन्य भत्ते शामिल होते हैं. इसके बाद टीसी की सैलरी करीब 38 से 40 हजार तक पहुंच जाती है.
इस तरह बनें टीटीई या टीटी
अधिकांशत: युवाओं का सपना रेलवे में नौकरी करना होता है. जहां रेलवे में टीसी बनाए की चॉइस युवाओं की होती है. टीसी बनने के लिए उम्मीदवार को 50% अंकों के साथ 12वीं क्लास पास करना जरूरी होता है. इसके बाद ही रेलवे टीटी पद के लिए आवेदन किया जा सकता है. इसके लिए डिप्लोमा कोर्स भी जरूरी होता है. समय-समय पर रेलवे टीटी की वैकेंसी निकालता है, जिसके आधार पर चयन होता है.