सीधी जिले में शिवसेना इकाई ने एक सीमेंट प्लांट के द्वारा फैलाई जा रही गंदगी, प्रदूषण और अव्यवस्थाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को शिवसेना ने एसडीएम गोपद बनास को कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए
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ज्ञापन में बताया गया कि बघवार क्षेत्र के सरदा, पटना, मझिगवा, पीपराव, बघवार और अन्य गांवों की हरिजन-आदिवासी बस्तियां प्लांट के प्रदूषण और शोर से बुरी तरह प्रभावित हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव का मुख्य मार्ग, जो उनके आने-जाने के लिए था, अब अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्टरी के हजारों भारी वाहनों की आवाजाही से खतरनाक बन चुका है।
इन ट्रकों से दिन-रात उड़ने वाली धूल ने ग्रामीणों का जीवन दूभर कर दिया है। इसी मार्ग से सटे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है, और किसी भी वक्त दुर्घटना हो सकती है।
प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप
शिवसेना संगठन ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन को पहले भी इस समस्या से अवगत कराया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं और कुछ लोगों को आर्थिक लाभ देकर इन अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
शिवसेना की प्रमुख मांगें
- ग्राम पंचायत बघवार के मुख्य मार्ग से भारी वाहनों का आवागमन तुरंत रोका जाए।
- सीमेंट फैक्टरी के वाहनों के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बनाया जाए।
- प्रदूषण और शोर से प्रभावित गांवों को राहत दी जाए।
- बघवार प्लांट में स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता दी जाए और बाहरी लोगों की भर्ती पर रोक लगे।
एसडीएम राकेश शुक्ला ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए कहा कि वे इस पत्र को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाएंगे और लोगों की समस्याओं को सुना जाएगा। शिवसेना ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिनों के भीतर कोई समाधान नहीं हुआ तो वे और ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे।