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Make Natural Veet: महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और सैलून ट्रीटमेंट्स से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ये टिप्स आपके लिए ही हैं. बेसन, हल्दी और नींबू से बना यह प्राकृतिक पेस्ट न सिर्फ शरीर के अनचाहे बाल हटाने में मदद करता है बल्कि त्वचा को भी चमकदार और मुलायम बनाता है. जानिए कैसे घर पर तैयार करें यह आसान घरेलू वीट.
आज महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और केमिकल्स के दौर में भी बघेलखंड की महिलाएँ अपने पुराने घरेलू नुस्खों पर भरोसा करती हैं. अनचाहे बाल हटाने के लिए वे घर पर ही एक आसान और प्राकृतिक वीट तैयार करती हैं जो त्वचा को सुरक्षित और मुलायम बनाए रखता है.

पीढ़ियों से यहाँ की महिलाएँ बेसन, हल्दी और नींबू जैसे साधारण रसोई सामग्रियों का उपयोग करके अनचाहे बालों से छुटकारा पा रही हैं. यह परंपरा आज भी लड़कियों से लेकर बुज़ुर्ग महिलाओं तक में लोकप्रिय है और आधुनिक ब्यूटी क्रीम्स को चुनौती देती है.

लोकल 18 से कमला तिवारी ने बताया कि घरेलू वीट बनाने के लिए एक कटोरी बेसन, आधा चम्मच हल्दी और कुछ बूंदें नींबू का रस लिया जाता है. इन सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार किया जाता है जिसे पूरी तरह सुरक्षित और बिना साइड इफेक्ट का माना जाता है.

इस पेस्ट को शरीर के उस हिस्से पर लगाया जाता है जहाँ अनचाहे बाल हैं. 15 से 20 मिनट तक सूखने दिया जाता है और फिर हल्के हाथ से रगड़ते हुए साफ, बालों के साथ इसे छील कर निकाल देंम इससे न सिर्फ बाल हट जाते हैं बल्कि त्वचा भी ग्लो करने लगती है.

बघेलखंड की महिलाएँ मानती हैं कि घरेलू वीट का सबसे बड़ा फायदा है खर्च से बचत. बाज़ार में मिलने वाले हेयर रिमूवल क्रीम्स महंगे होने के साथ-साथ त्वचा पर रैशेज़ छोड़ सकते हैं लेकिन यह घरेलू नुस्खा पूरी तरह सुरक्षित है.

हल्दी और नींबू का मेल त्वचा को बैक्टीरिया से बचाता है और प्राकृतिक चमक देता है. इसलिए महिलाएँ इसे सिर्फ बाल हटाने का तरीका ही नहीं मानतीं बल्कि स्किन-केयर पैक के रूप में भी अपनाती हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और आकर्षक बनी रहती है.

आज जब ब्यूटी क्लिनिक्स और लेज़र ट्रीटमेंट का चलन बढ़ रहा है तब भी बघेलखंड की ग्रामीण और शहरी महिलाएँ इस घरेलू नुस्खे को अपने वीकली रोटिन का हिस्सा बनाए हुए हैं.

अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए घरेलू वीट एक आसान, सुलभ और सुरक्षित उपाय है. बघेलखंड की महिलाओं का अनुभव बताता है कि प्राकृतिक नुस्खे न केवल सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि परंपरा को भी ज़िंदा रखते हैं. यही वजह है कि आज भी यह नुस्खा हर घर में अपनाया जाता है.