आग में घी डालने का काम.. श्रेयस अय्यर का सपोर्ट कर बुरे फंसे डिविलियर्स, गावस्कर ने खूब सुनाई खरी-खोटी

आग में घी डालने का काम.. श्रेयस अय्यर का सपोर्ट कर बुरे फंसे डिविलियर्स, गावस्कर ने खूब सुनाई खरी-खोटी


Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 आगाज 9 सितंबर से होना है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 19 अगस्त को भारतीय स्क्वाड का ऐलान किया था. इसके बाद से श्रेयस अय्यर वाला मुद्दा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स श्रेयस अय्यर का सपोर्ट कर बुरे फंसे नजर आए. दिग्गज सुनील गावस्कर ने एबी डिविलियर्स को टारगेट करते हुए विदेशी खिलाड़ियों की सरेआम क्लास लगा दी है. 

  1. Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 आगाज 9 सितंबर से होना है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 19 अगस्त को भारतीय स्क्वाड का ऐलान किया था. इसके बाद से श्रेयस अय्यर वाला मुद्दा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स श्रेयस अय्यर का सपोर्ट कर बुरे फंसे नजर आए. दिग्गज सुनील गावस्कर ने एबी डिविलियर्स को टारगेट करते हुए विदेशी खिलाड़ियों की सरेआम क्लास लगा दी है. 

  2. क्या बोले थे डिविलियर्स?

  3. श्रेयस अय्यर के एशिया कप स्क्वाड से ड्रॉप होने के बाद बाकी दिग्गजों की तरह डिविलियर्स ने भी अय्यर का सपोर्ट किया. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर सेलेक्शन पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘अय्यर की अनुपस्थिति केवल प्रदर्शन के आधार पर नहीं थी और पर्दे के पीछे कुछ चल रहा है. उन्हें शामिल करने से अहंकार का टकराव हो सकता था. आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अय्यर ने बतौर कप्तान शानदार प्रदर्शन किया है.’

  4. गावस्कर का फूटा गुस्सा

  5. दिग्गज सुनील गावस्कर ने डिविलियर्स की टिप्पणियों को खारिज किया. स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में लिखते हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट के मामलों में दखलंदाजी करने वाले विदेशी प्लेयर्स की क्लास लगा दी. गावस्कर ने लिखा, ‘हालांकि, हैरान करने वाली बात यह है कि भारतीय क्रिकेट में कोई हिस्सेदारी न रखने वाले और इसके बारे में बहुत कम जानकारी रखने वाले विदेशी खिलाड़ी इस बहस में कूद पड़े हैं. यह आग में घी डालने का काम कर रहा है. खिलाड़ी के तौर पर वे चाहे कितने भी महान क्यों न हों, भारतीय टीम का चयन उनका काम नहीं है. उन्हें अपने देश के क्रिकेट पर ध्यान देना चाहिए और हम भारतीयों को अपने देश की क्रिकेट की चिंता करने देना चाहिए.’

  6. ये भी पढे़ं.. शाहीन अफरीदी ने बुमराह को पछाड़ा… 2 विकेट लेकर के साथ मारी उछाल, नंबर-1 पर कौन?

  7. सेलेक्शन में दखल क्यों?- गावस्कर

  8. उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा लगता है जैसे चयन एकदम सही है और उनके पास कोई टिप्पणी करने को नहीं है. तो फिर भारतीय टीम के चयन में दखलअंदाजी क्यों? क्या आपने कभी पूर्व भारतीय क्रिकेटरों को दूसरे देशों की टीमों के चयन के बारे में बात करते सुना है? नहीं, हम अपने काम से काम रखते हैं. कुछ हद तक, भारतीय मीडिया भी जिम्मेदार है, क्योंकि वे विदेशी क्रिकेटरों के पास जाते हैं और उनसे भारतीय क्रिकेट के बारे में पूछते हैं. हम कितनी बार भारतीय पत्रकारों को विदेशी खिलाड़ियों के पीछे भागते देखते हैं जिन्हें उनके अपने देश भी भूल गए हैं. सिर्फ भारत के बारे में कुछ कहने के लिए? ऐसा लगता है जैसे हमारे क्रिकेट को उनसे पहचान की जरूरत है.’

क्या बोले थे डिविलियर्स?

श्रेयस अय्यर के एशिया कप स्क्वाड से ड्रॉप होने के बाद बाकी दिग्गजों की तरह डिविलियर्स ने भी अय्यर का सपोर्ट किया. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर सेलेक्शन पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘अय्यर की अनुपस्थिति केवल प्रदर्शन के आधार पर नहीं थी और पर्दे के पीछे कुछ चल रहा है. उन्हें शामिल करने से अहंकार का टकराव हो सकता था. आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अय्यर ने बतौर कप्तान शानदार प्रदर्शन किया है.’

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गावस्कर का फूटा गुस्सा

दिग्गज सुनील गावस्कर ने डिविलियर्स की टिप्पणियों को खारिज किया. स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में लिखते हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट के मामलों में दखलंदाजी करने वाले विदेशी प्लेयर्स की क्लास लगा दी. गावस्कर ने लिखा, ‘हालांकि, हैरान करने वाली बात यह है कि भारतीय क्रिकेट में कोई हिस्सेदारी न रखने वाले और इसके बारे में बहुत कम जानकारी रखने वाले विदेशी खिलाड़ी इस बहस में कूद पड़े हैं. यह आग में घी डालने का काम कर रहा है. खिलाड़ी के तौर पर वे चाहे कितने भी महान क्यों न हों, भारतीय टीम का चयन उनका काम नहीं है. उन्हें अपने देश के क्रिकेट पर ध्यान देना चाहिए और हम भारतीयों को अपने देश की क्रिकेट की चिंता करने देना चाहिए.’

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सेलेक्शन में दखल क्यों?- गावस्कर

उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा लगता है जैसे चयन एकदम सही है और उनके पास कोई टिप्पणी करने को नहीं है. तो फिर भारतीय टीम के चयन में दखलअंदाजी क्यों? क्या आपने कभी पूर्व भारतीय क्रिकेटरों को दूसरे देशों की टीमों के चयन के बारे में बात करते सुना है? नहीं, हम अपने काम से काम रखते हैं. कुछ हद तक, भारतीय मीडिया भी जिम्मेदार है, क्योंकि वे विदेशी क्रिकेटरों के पास जाते हैं और उनसे भारतीय क्रिकेट के बारे में पूछते हैं. हम कितनी बार भारतीय पत्रकारों को विदेशी खिलाड़ियों के पीछे भागते देखते हैं जिन्हें उनके अपने देश भी भूल गए हैं. सिर्फ भारत के बारे में कुछ कहने के लिए? ऐसा लगता है जैसे हमारे क्रिकेट को उनसे पहचान की जरूरत है.’



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