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ग्राफ्टिंग विधि जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. लेकिन इसके फायदे अनेक होते हैं. उद्यानिकी एक्सपर्ट डॉ कमलेश अहिरवार के मुताबिक ग्राफ्टिंग विधि की मदद से एक ही पौधे पर कई अच्छी किस्में उगा सकते हैं. लेकिन सव…और पढ़ें
छतरपुर के नौगांव कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ डॉक्टर कमलेश अहिरवार बताते हैं कि ग्राफ्टिंग एक ऐसी विधि होती है जिसमें एक ही पौधे पर कई अच्छी किस्में उगा सकते हैं. ग्राफ्टिंग में एक ही प्रजाति या वैरायटी या निकट संबंधी पौधों के ऊपरी भाग को किसी दूसरे पौधे की जड़ों पर जोड़ते हैं.
फलों में ग्राफ्टिंग की बात करें तो आम पौधे को उदाहरण के तौर पर समझा सकते हैं. आम की आम्रपाली वैरायटी में ग्राफ्टिंग करते हैं तो इस पौधे में इसी वैरायटी की ग्राफ्टिंग कर सकते हैं. किसी दूसरी वैरायटी की कलम नहीं लगा सकते हैं और ना ही कोई दूसरा फलदार पौधा या वृक्ष लगा सकते हैं. अभी तक अलग-अलग वृक्षों में ग्राफ्टिंग संभव नहीं है.
आम के फल में नींबू की ग्राफ्टिंग ?
डॉ कमलेश बताते हैं कि आम जैसे फलदार पौधे में ग्राफ्टिंग करते समय आप किसी भी दूसरी वैरायटी या किसी भी दूसरे वृक्ष की कलम नहीं लगा सकते हैं. इसलिए आम के पौधे में नींबू या अमरुद या दूसरे किसी पौधे की ग्राफ्टिंग नहीं की जा सकती और ना ही आम की कोई दूसरी वैरायटी की कलम लगा सकते हैं.
हालांकि, टमाटर और बैगन को एक साथ ग्राफ्टिंग विधि से लगाया जा सकता है. सब्जियों में अलग-अलग वैरायटी को ग्राफ्टिंग से लगाया जा सकता है. टमाटर के पौधे में बैगन कलम लगाना संभव है.
गुलाब में 3 वैरायटी एक साथ
डॉक्टर कमलेश बताते हैं कि गुलाब के पौधे में अलग-अलग वैरायटी यानी अलग-अलग किस्म को एक साथ ग्राफ्टिंग से लगाया जा सकता है. जैसे कि हम ग्राफ्टिंग विधि से गुलाब के एक ही पौधे में लाल, पीला और सफेद गुलाब की कलम लगा सकते हैं.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें