डोमेस्टिक मैच क्यों नहीं खेलते टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी: बिजी शेड्यूल या इंजरी से बचना चाहते हैं? राहुल-जडेजा दलीप ट्रॉफी नहीं खेल रहे

डोमेस्टिक मैच क्यों नहीं खेलते टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी:  बिजी शेड्यूल या इंजरी से बचना चाहते हैं? राहुल-जडेजा दलीप ट्रॉफी नहीं खेल रहे


स्पोर्ट्स डेस्क8 मिनट पहले

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केएल राहुल, अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा जैसे टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी नहीं खेल रहे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब स्टार खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलने से कतरा रहे हैं। इससे पहले विराट कोहली, एमएस धोनी और सचिन तेंदुलकर जैसे स्टार प्लेयर्स भी घरेलू टूर्नामेंट स्किप कर चुके हैं।

स्टोरी में जानेंगे कि आखिरी टीम इंडिया के स्टार प्लेयर्स घरेलू क्रिकेट कम क्यों खेलते हैं?

इस बार कौन से स्टार प्लेयर्स दलीप ट्रॉफी नहीं खेल रहे? केएल राहुल, वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, करुण नायर, साई सुदर्शन और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे टीम इंडिया के प्लेयर्स घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेल रहे हैं। सभी फिट हैं। अक्षर, सूर्या और हार्दिक को छोड़कर बाकी सभी प्लेयर्स इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज के दौरान टीम का हिस्सा भी थे। इसके बावजूद इन्हें दलीप ट्रॉफी के स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया। जबकि टीम के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को नॉर्थ जोन की भी कमान सौंप दी गई। हालांकि, बीमारी के कारण वे मुकाबला नहीं खेल सके।

ईशान किशन, आकाशदीप, ध्रुव जुरेल, अभिमन्यु ईश्वरन, नीतीश रेड्डी और ऋषभ पंत इंजरी या बीमारी के कारण शामिल नहीं हो सके। हालांकि, बाकी प्लेयर्स को क्यों बाहर किया गया या वे क्यों टूर्नामेंट नहीं खेल सके, इसकी कोई खास वजह BCCI या स्टेट बोर्ड की ओर से नहीं बताई गईं।

घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने पर सख्त है BCCI 2023-24 के घरेलू सीजन में ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ने रेस्ट करने का फैसला किया था। श्रेयस अनफिट थे, वहीं ईशान ने रेस्ट मांगा था। घरेलू सीजन स्किप करने के बाद दोनों ही प्लेयर्स को BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था। दोनों ने फिर घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया।

श्रेयस ने टीम में वापसी कर ली और चैंपियंस ट्रॉफी विनिंग टीम का हिस्सा भी बन गए, लेकिन ईशान अब तक टीम इंडिया में वापसी करने में कामयाब नहीं हो सके। अब इंजरी के कारण वे इस बार की दलीप ट्रॉफी का हिस्सा भी नहीं बन सके। श्रेयस जरूर वेस्ट जोन से सेमीफाइनल खेलते नजर आएंगे।

विराट ने 2010, रोहित ने 2016 में आखिरी दलीप ट्रॉफी मैच खेला था ऐसा पहली बार नहीं है, जब टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट स्किप कर रहे हैं। इसी साल मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा ने 9 साल, वहीं विराट कोहली ने 15 साल पहले आखिरी दलीप ट्रॉफी मैच खेला था। विराट ने 2010 में आखिरी बार नॉर्थ जोन की कप्तानी की थी, वहीं 2016 में रोहित इंडिया ब्लू की ओर से गौतम गंभीर की कप्तानी में खेले थे। पूर्व कप्तान एमएस धोनी भी टीम इंडिया के कप्तान बनने के बाद बहुत कम घरेलू मैच खेलते थे।

सचिन तेंदुलकर के नाम भी महज 8 ही दलीप ट्रॉफी मैच खेलने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास 2013 में लिया, लेकिन आखिरी दलीप ट्रॉफी मैच 2005 में खेला था। हालांकि, सचिन ने अपने संन्यास के पहले मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी मैच जरूर खेला था। विराट और रोहित ने भी टेस्ट संन्यास से पहले इसी साल अपनी-अपनी घरेलू टीम से रणजी मैच खेला था।

3 कारणों में जानिए स्टार खिलाड़ी क्यों नहीं खेलते घरेलू क्रिकेट?

कारण-1: इंटरनेशनल क्रिकेट का बिजी शेड्यूल ज्यादातर स्टार खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए तीनों फॉर्मेट खेलते हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट का शेड्यूल इन दिनों बहुत बिजी रहता है। इस बार भी एशिया कप 28 सितंबर को खत्म होगा, जिसके 3 दिन बाद ही टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया और फिर साउथ अफ्रीका से भी सीरीज होगी। यानी रेस्ट और ब्रेक के लिए बहुत कम समय मिलता है।

IPL और टी-20 क्रिकेट आने के बाद शेड्यूल बहुत ज्यादा बिजी होना शुरू हो गया। 2019 तक तो टी-20 सीरीज में मैच बहुत कम होते थे, लेकिन अब ज्यादातर सीरीज में 3 से 5 मैच होते ही हैं। वनडे मैच की संख्या जरूर कम हुई, लेकिन इंटरनेशनल और IPL के कारण प्लेयर्स पूरे साल काफी ज्यादा मैच खेल लेते हैं। जो इंडियन प्लेयर्स मैच नहीं खेलते, वे भी स्क्वॉड के साथ लगातार ट्रैवलिंग करते रहते हैं।

बिजी शेड्यूल के कारण ही घरेलू क्रिकेट स्किप कर प्लेयर्स रेस्ट करने पर ध्यान देते हैं। टीम मैनेजमेंट भी उन्हें कई बार रेस्ट करने के लिए कहता है। घरेलू टूर्नामेंट में न खेल कर प्लेयर्स इंजरी से भी बचे रहते हैं। कई बार बड़े टूर्नामेंट से पहले प्लेयर्स को घरेलू मैच नहीं खेलने का सुझाव दिया जाता है, ताकि वे बड़े मैचों में उपलब्ध रहें। दलीप ट्रॉफी के लिए भी रवींद्र जडेजा, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा को आराम ही दिया गया है।

कारण-2: घरेलू क्रिकेट में कॉम्पिटिशन की कमी लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे प्लेयर्स कई बार मुश्किल कॉम्पिटिशन का सामना करते हैं। मौजूदा बल्लेबाजों के सामने मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, कगिसो रबाडा, शाहीन अफरीदी जैसे वर्ल्ड क्लास प्लेयर्स आते हैं। वहीं घरेलू टूर्नामेंट में गेंदबाजों और बल्लेबाजों का स्तर इंटरनेशनल लेवल का नहीं होता। इसलिए भी प्लेयर्स इन टूर्नामेंट को स्किप कर सेल्फ प्रैक्टिस पर ज्यादा ध्यान देते हैं।

कारण-3: नए प्लेयर्स को मौका देना मौजूदा दलीप ट्रॉफी के लिए साउथ जोन ने केएल राहुल, वॉशिंगटन सुंदर, साई सुदर्शन और करुण नायर जैसे इंडियन प्लेयर्स को स्क्वॉड में जगह नहीं दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम अनाउंस होने के बाद BCCI ने जोन से कहा कि वे इंटरनेशनल प्लेयर्स को भी शामिल करें, लेकिन जोन ने ऐसा नहीं किया। साउथ जोन के बोर्ड ने कहा कि वे युवा और नए प्लेयर्स को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देना चाहते हैं। साथ ही इंटरनेशनल प्लेयर्स को रेस्ट की भी जरूरत है।

घरेलू टूर्नामेंट में चमकने के बाद ही हुआ यशस्वी का डेब्यू जहां कुछ स्टार खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलने से कतराते हैं। वहीं यशस्वी जायसवाल, मयंक अग्रवाल, सरफराज खान और वसीम जाफर जैसे खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर ही टीम इंडिया में जगह बनाई थी।

यशस्वी ने रणजी ट्रॉफी, ईरानी कप और दलीप ट्रॉफी में डेब्यू मैच के दौरान ही सेंचुरी लगा दी थी। जिसके बाद उन्हें टीम इंडिया में एंट्री मिल गई। दूसरी ओर जाफर भले भारत से ज्यादा मैच न खेल सके, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के दम पर ही बार-बार टीम इंडिया में जगह बनाई थी। अग्रवाल भी घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के दम पर ही टीम इंडिया से 21 टेस्ट खेल सके थे।

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