पूर्व नौकर से मारपीट केस में भाजपा नेता पर FIR: कारोबारी दो बेटों पर अपहरण, बंधक बनाने का केस; चार आरोपी गिरफ्तार – Khandwa News

पूर्व नौकर से मारपीट केस में भाजपा नेता पर FIR:  कारोबारी दो बेटों पर अपहरण, बंधक बनाने का केस; चार आरोपी गिरफ्तार – Khandwa News



हरसूद में बीजेपी नेता और उनके दो कारोबारी बेटों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। साथ ही दो कर्मचारी समेत अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। मामला नौकर के साथ मारपीट से जुड़ा है। राजपूत समाज के बवाल के बाद पुलिस ने एक्शन लिया और चार आरोपियों को

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रविवार को हरसूद के मेन मार्केट स्थित गुलाबचंद-मूलचंद नाम की सराफा दुकान के बाहर बवाल हो गया था। राजपूत समाज के सैकड़ों लोग इकट्‌ठा हो गए। मामला रेवापुर के रहने वाले दिनेश राजपूत के साथ मारपीट से जुड़ा हुआ था। दिनेश ने बीजेपी नेता और कारोबारी गुलाब सोनी, उनके दोनों बेटों और स्टाफ पर चोरी के झूठे आरोप लगाकर मारपीट का आरोप लगाया। आरोपियों के द्वारा घर से उठाया गया और खेत पर ले जाकर मारपीट की। फिर बाद में घर में बंधक बनाकर बेरहमी से मारा। उसके कान से खून बहने लग गया। घटना की जानकारी समाज वालों को लगी तो उन्होंने विरोध जताया।

चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है हरसूद टीआई राजकुमार राठौर ने बताया कि, रविवार सुबह 10 बजे की घटना है, फरियादी दिनेश का अपहरण कर उसे बंधक बनाया गया और मारपीट की गई। इस प्रकरण में गुलाब सोनी और उनके बेटे आनंद, दीपक सहित स्टाफ के मनोज विश्नोई, तरूण गौर और दो अन्य लोगों को आरोपी बनाया हैं। 70 वर्षीय गुलाब सोनी हार्ट पेशेंट हैं। बाकी चारों आरोपी दीपक, आनंद, तरूण और मनोज को गिरफ्तार कर लिया हैं। आरोपियों के खिलाफ अपहरण, बंधक बनाने, जान से मारने की धमकी देने, गाली-गलौज और चोंट पहुंचाने की धारा में केस दर्ज किया हैं।

अब पढ़िए, फरियादी दिनेश राजपूत की जुबानी, पूरी कहानी रेवापुर गांव के रहने वाले दिनेश ने बताया कि वह फिलहाल छनेरा के सरस्वती नगर वार्ड में रहता है। फिलहाल खेती करता है, वह पहले गुलाब सोनी की ज्वैलरी दुकान पर काम करता था। लेकिन तबीयत खराब होने के चलते एक साल पहले काम छोड़ दिया। रविवार सुबह 10 बजे आनंद सोनी, मनोज विश्नोई और तरुण गौर सहित दो अन्य लोग सरस्वती नगर स्थित मेरे घर आए और मुझसे कहा कि तुमने जो आठ साल पहले हमें जमीन बेची थी, वह जमीन मुझे दिखाओ।

उक्त जमीन को फिलहाल मैं ही लीज पर लेकर बोवनी कर रहा था। इसलिए उनकी गाड़ी में बैठकर जमीन दिखाने के लिए उनके साथ चले गया। खेत से 20 मिनट बाद वे लोग मुझे सीधे गुलाब सोनी की सराफा दुकान पर ले गए। मुझे भीतर वाले कमरे में बंद कर दिया। मेरे साथ आधे घंटे तक गुलाब सोनी, दीपक, आनंद, मनोज और तरूण ने मारपीट की। कहने लगे कि तूने एक साल पहले हमारे घर से चोरी की थी, वो गहने और रुपए कहां है, हमकाे को दे दें।

इस पर मैंने कहा कि यदि तुम्हारे पास कोई सबूत हो या सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग हो तो वह मुझे बता दो कि मैंने चोरी की है। इस पर उन लोगों ने गालियां देना शुरू कर दी और फिर एक-एक करके पीटने लग गए। मुझे नाक, कान, पेट और मुंह में चोंट होने से दर्द होने लगा। इसके बाद आनंद सोनी, दीपक सोनी और मनोज विश्नोई ने बारी-बारी से एक पिस्टल मेरे सीने पर तान दी और कहने लगे कि चोरी के गहने और रूपए बता दें वरना जान से मार डालेंगे।

इसके बाद दुकान के बाहर खड़ी भीड़ ने मुझे बाहर निकाला और मेरा मुंह धुलवाया। इस दौरान मेरी पत्नी रोशनी बाहर खड़ी थीं। आरोपियों ने पत्नी के साथ भी गाली-गलौज की और उसे धक्का दिया। परिवार और समाज के लोग मुझे घायल हालत में हरसूद अस्पताल ले गए। वहां से प्राथमिक इलाज के बाद पुलिस से शिकायत की। इसके बाद मुझे खंडवा जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया।



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