मेट्रो रूट का निरीक्षण करते अधिकारी।
भोपाल में मेट्रो का कमर्शियल रन अक्टूबर में होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हरी झंडी दिखाते ही मेट्रो आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगी। इसलिए मेट्रो के शेष कामों पर फोकस है। नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव से लेकर मेट्रो से जुड़े अफसर ह
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इधर, कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की टीम भी सितंबर में ही आएगी। टीम दो बार निरीक्षण करेगी। मेट्रो रेल कमिश्नर भी आएंगे। इस टीम से पहले रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) की टीम निरीक्षण कर चुकी है। 10 अगस्त को प्रायोरिटी कॉरिडोर (सुभाष नगर से एम्स तक) का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट दे दी है। ‘ओके’ रिपोर्ट मिलने के बाद अब सीएमआरएस के निरीक्षण को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।
सीएमआरएस की टीम आने से पहले नगरीय प्रशासन और मेट्रो अफसर रूट का निरीक्षण कर रहे हैं।
यह देखेगी सीएमआरएस की टीम
- स्टेशन पर बने ऑपरेशन रूम, इलेक्ट्रिकल सेक्शन, प्लेटफॉर्म, लिफ्ट, एस्कलेटर सहित अन्य यात्री सुविधाओं की जांच होगी।
- प्रायोरिटी कॉरिडोर के हिस्से में मेट्रो के वाया डक्ट (पटरी) पर ट्रॉली में बैठकर निरीक्षण होगा।
- मेट्रो के कोच में बैठकर स्पीड देखी जाएगी। स्पीड को 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाकर भी देखा जाएगा।
- बढ़ी हुई स्पीड के दौरान कोच में यात्री सुरक्षा और तय स्पीड पर होने वाले वाइब्रेशन की जांच भी होगी।
- 80 की स्पीड से मेट्रो के प्लेटफॉर्म पर आने के बाद उसके रुकने के दौरान ब्रेकिंग सिस्टम को भी जांचा जाएगा।
- ट्रेन को अधिकतम गति पर चलाकर, बीच-बीच में ब्रेक लगाकर और कम गति पर चलाकर भी चेक किया जाएगा।
एसीएस ने देखी तैयारियां इससे पहले रविवार को नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य संजय दुबे भी मेट्रो रूट का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने सुभाषनगर से एम्स के बीच तक रूट भी देखा। जिन जगहों पर काम पेंडिंग दिखाई दिया, उन्हें जल्द पूरे करने को कहा। उन्होंने सीएमआरएस निरीक्षण को लेकर भी मेट्रो अफसरों से बात की।