Last Updated:
Khargone News: इस योजना से सूबे की लाडली बहनों को भी लाभ मिलेगा. अभी लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं लेकिन अगर कोई महिला उद्योगों में काम करती है, तो राज्य सरकार उसकी मदद बढ…और पढ़ें
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इस योजना का मकसद सिर्फ मदद पहुंचाना नहीं है बल्कि मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक मजबूती देना भी है. मजदूर प्रदेश की रीढ़ हैं और उन्हें सम्मानजनक जीवन देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. लेबर इंसेंटिव स्कीम से श्रमिकों की आय बढ़ेगी और उन्हें रोजगार के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा.
लाडली बहनों को भी मिलेगा लाभ
इस योजना से लाडली बहनों को भी फायदा मिलेगा. अभी लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को घर बैठे 1500 रुपये हर महीने दिए जाते हैं लेकिन अगर कोई महिला उद्योगों में काम करती है, तो सरकार उसकी मदद बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति माह कर देगी. सीएम मोहन यादव ने कहा कि अगर किसी महिला को उद्योगपति 8000 रुपये वेतन देते हैं, तो सरकार की ओर से 5000 रुपये जोड़ने के बाद उसे कुल मिलाकर 13 हजार रुपये मिल जाएंगे. इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और उन्हें रोजगार से जुड़ने की प्रेरणा भी मिलेगी.
मध्य प्रदेश में संचालित श्रमिक योजनाएं
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में पहले से ही श्रमिकों के लिए कई योजनाएं चल रही हैं. इनमें मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) योजना प्रमुख है, जिसके तहत असंगठित मजदूरों को शिक्षा प्रोत्साहन राशि, दुर्घटना, मृत्यु और दिव्यांगता सहायता दी जाती है. इसके अलावा श्रमिक अनुदान योजना के तहत परिवहन सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं. अब नई लेबर इंसेंटिव स्कीम जुड़ने से मजदूरों को सीधा नकद लाभ मिलेगा, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार और रोजगार की दिशा में नई संभावनाएं खुलेंगी.