कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार बुधवार देर शाम छिंदवाड़ा पहुंचे। वे यहां आयोजित मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद की जिला कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए। बैठक का आयोजन राजीव गांधी भवन में हुआ, जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय करमडार पूजा में भ
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सिंघार बोले- समाज को एकजुट करने की जरूरत
बैठक को संबोधित करते हुए सिंघार ने कहा कि आदिवासी समाज को सामाजिक स्तर पर संगठित होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चाहे कोई नेता हो या अधिकारी, समाज को उसकी दिशा तय करने की ताकत अपने हाथ में रखनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हमें एक मुट्ठी बनकर काम करना होगा।”
भाजपा पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
सिंघार ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उसकी वादाखिलाफी से कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। उन्होंने दावा किया कि अब कार्यकर्ता हर झूठ और अन्याय के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। उन्होंने खास तौर पर स्मार्ट मीटर के मुद्दे को लेकर अडानी समूह और भाजपा सरकार को घेरा।
“स्मार्ट मीटर के जरिए देश की जानकारी हैक होने का खतरा”
भास्कर से विशेष बातचीत में उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका एक ऐसी कंपनी को दिया है, जो पाकिस्तान की कंपनी के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इन मीटरों में जो सिम कार्ड डाले जा रहे हैं, उनके माध्यम से देश की संवेदनशील जानकारियां हैक होने का खतरा है। उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा बताया।
चुनाव आयोग को बताया “कठपुतली”
वोटिंग में कथित गड़बड़ियों और निष्पक्षता को लेकर भी सिंघार ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब चुनाव आयोग पूरी तरह से एक कठपुतली की तरह काम कर रहा है—चाहे वह राज्य का हो या केंद्र का। उन्होंने सवाल उठाया कि जब लोकतंत्र की निगरानी करने वाली संस्था ही निष्पक्ष न रहे, तो आम जनता का विश्वास कैसे कायम रह सकता है?
“राहुल गांधी की लड़ाई आम आदमी की लड़ाई”
उमंग सिंघार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सक्रियता की तारीफ करते हुए कहा कि राहुल गांधी जो लड़ाई लड़ रहे हैं, वह सिर्फ कांग्रेस की नहीं बल्कि पूरे देश और लोकतंत्र की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई आम जनता की आवाज़ को उठाने की लड़ाई है, जिसे हर नागरिक को समझना चाहिए।
“मैं खुद को नेता नहीं, कार्यकर्ता मानता हूं”
मुख्यमंत्री का चेहरा बनने या भविष्य की राजनीति को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंघार ने कहा, “मैं खुद को नेता नहीं मानता, मैं सिर्फ पार्टी का एक कार्यकर्ता हूं।” उन्होंने कहा कि वे केवल संगठन और समाज के बीच सेतु बनने का प्रयास कर रहे हैं।
देर रात छिंदवाड़ा से रवाना हुए
बैठक और धार्मिक आयोजन में शामिल होने के बाद उमंग सिंघार देर रात छिंदवाड़ा से रवाना हो गए। कार्यक्रम में स्थानीय कांग्रेस पदाधिकारी, आदिवासी समाज के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।