विदिशा में नगरपालिका अध्यक्ष की कैप्सूल फैक्ट्री पर विवाद: ग्रामीणों का आरोप- तालाब में मिल रहा दूषित पानी; जानवर और फसलों पर प्रभाव – Vidisha News

विदिशा में नगरपालिका अध्यक्ष की कैप्सूल फैक्ट्री पर विवाद:  ग्रामीणों का आरोप- तालाब में मिल रहा दूषित पानी; जानवर और फसलों पर प्रभाव – Vidisha News



विदिशा की नेशनल कैप्सूल फैक्ट्री से जुड़ा विवाद सामने आया है। ग्रामीणों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बरसात में फैक्ट्री से निकलने वाला दूषित जल नजदीकी तालाब में छोड़ा जा रहा है। इससे किसानों काे परेशान होना पड़ेगा।

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ग्रामीणों ने सरपंच प्रतिनिधि अमित कुशवाहा के साथ एसडीएम और विधायक को शिकायती पत्र सौंपा है। तालाब का पानी स्थानीय निवासियों के लिए पीने, नहाने और खेती के काम आता है। दूषित जल मिलने से लोगों में बीमारियां फैल रही हैं। ग्रामीणों के मुताबिक कई पशुओं की मौत भी हो चुकी है।

फैक्ट्री का संचालन नगरपालिका अध्यक्ष प्रीति शर्मा और उनके पति राकेश शर्मा करते हैं। भाजपा के कुछ पार्षद पहले से ही नगरपालिका अध्यक्ष से नाराज चल रहे हैं। वे कलेक्टर और पार्टी संगठन तक अपनी शिकायतें पहुंचा चुके हैं।

ग्रामीण कमल सिंह अहिरवार ने बताया कि तालाब का पानी फसलों, पशुओं और मनुष्यों के लिए हानिकारक हो गया है। फैक्ट्री से हर साल प्रदूषित पानी आने से स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं।

फैक्ट्री संचालक राकेश शर्मा ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि फैक्ट्री में सिर्फ कैप्सूल बनते हैं। इसमें खाद्य रंगों का इस्तेमाल होता है, जो नुकसानदायक नहीं है। उन्होंने बताया कि 15 वर्षों से चल रही फैक्ट्री में पहले कभी ऐसी कोई समस्या नहीं आई।

यह मामला अब स्वच्छता और स्वास्थ्य के मुद्दे से आगे बढ़कर राजनीतिक रंग लेता दिख रहा है। भाजपा की आंतरिक गुटबाजी और नगरपालिका अध्यक्ष के विरोध में उठती आवाजें इस विवाद को नया मोड़ दे रही हैं।



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