धान में खरपतवार से हैं परेशान? ये 5 दवाएं उगने ही नहीं देंगी घास-पात, छुपे दुश्मन को खेत में ही कर देंगी साफ

धान में खरपतवार से हैं परेशान? ये 5 दवाएं उगने ही नहीं देंगी घास-पात, छुपे दुश्मन को खेत में ही कर देंगी साफ


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Agriculture Tips: धान की खेती में खरपतवार एक बड़ी चुनौती हैं जो फसल से पोषक तत्व और पानी की प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिससे उत्पादन घटता है. विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

Agriculture News: किसानों के लिए खरपतवार एक बड़ी समस्या है. खरपतवार धान की फसल के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिसका असर उत्पादन पर पड़ता है. खरपतवार प्रबंधन के लिए कई कंपनियों के खरपतवार नाशक भी बाजार में आते हैं, जिससे खरपतवारों को खेत में ही नष्ट किया जा सकता है. रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कृषि विभाग में पदस्थ डॉक्टर अतेंद्र गौतम कहते हैं कि खरीफ की फसल धान में कई प्रकार के खरपतवार उग जाते हैं. खरपतवार धान की फसल के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं. जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता हैं. धान की फसल में मोथा, मकरा, कोदो, बनरा कनकवा, भगरा, बड़ी दुद्धी, जंगली धान और दूब जैसे खरपतवार उग आते हैं. वहीं, जलीय क्षेत्रों में कर्मी और जलकुंभी अधिक उगते हैं. इन खरपतवारों के नियंत्रण के लिए खरपतवार नाशक का छिड़काव किया जा सकता है.

ब्यूटाक्लोर 50% EC का रोपाई के 2 से 3 दिन के बाद 600 से 700 लीटर पानी में घोलकर प्रति छिड़काव करना चाहिए. इसके अलावा इसे 50-60 किलो सूखी रेत में मिलाकर भी इस दवा का छिड़काव किया जा सकता है. छिड़काव के समय खेत में हल्का पानी लगा होना चाहिए. इसका छिड़काव करने से धान की फसल में खरपतवार नहीं उगेंगे.एक हेक्टेयर धान की फसल के लिए 1.5 लीटर प्रीटिलाक्लोर (Pretilachlor 50% EC) का छिड़काव करना चाहिए. प्रीटिलाक्लोर को 600 से 700 लीटर पानी में घोलकर रोपाई के 2 से 3 दिन के अंदर छिड़काव करना चाहिए. छिड़काव के दौरान खेत में पर्याप्त पानी होना जरूरी है.

पेंडी मेथिलीन 30% ईसी (pendimethalin 30 ec) एक अच्छा खरपतवार नाशक. यह खरपतवारनाशक प्रीइमर्जेंस प्रकृति (खरपतवार उगने से पहले) का होता है. इसे 2.5 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से पानी में घोलकर बुवाई के 3-5 दिन के अंदर छिड़काव करना चाहिए. इसका छिड़काव करने से खेत में खरपतवार नहीं उगते.ऑक्सीफ्लोरफेन 23.5% ईसी (oxyfluorfen 23.5 EC) 500 मिली प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव किया जा सकता है. पैडी ट्रांसप्लांटर और जीरो टिलेज या सीड ड्रिल विधि में सीधी बुवाई के 3 से 5 दिन बाद खेत में छिड़काव करना चाहिए. यह बेहद ही प्रभावी खरपतवारनाशक है.

पाइरोजोसल्फर रान एथिल 10% डब्ल्यूपी बेहद प्रभावी खरपतवार नाशक है. इस खरपतवार नाशक को 600 से 700 लीटर पानी में घोल बनाकर 200 ग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से रोपाई के 8 से 10 दिन के अंदर छिड़काव करना चाहिए. इसे 50 से 60 किलोग्राम सूखी रेत के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जिससे बेहतर परिणाम मिलेंगे.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें

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