31 किमी की मेट्रो रिंग पूरी करने के लिए दिसंबर 2028 की डेडलाइन तय है, वहीं रिंग रोड पर खजराना चौराहा तक पहुंचकर मेट्रो का काम पूरी तरह अटक गया है। अब यहां से काम तभी आगे बढ़ेगा, जब यह तय हो जाएगा कि खजराना चौराहा से आगे मेट्रो अंडरग्राउंड होगी या नही
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शुक्रवार को उज्जैन में नगरीय आवास विभाग के एसीएस संजय दुबे और मेट्रो एमडी कृष्ण चैतन्य के बीच इसको लेकर विस्तार से चर्चा हुई। तय किया गया कि जनता-जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर तैयार विकल्पों को सरकार के समक्ष रखा जाएगा।
स्टेशन की संख्या कम करें तो खर्च घटेगा
सबसे ज्यादा राशि खजराना से बंगाली चौराहा के बीच अंडरग्राउंड में खर्च होगी। यह 1 हजार करोड़ या इससे ज्यादा हो सकती है। वर्तमान में 8 किमी का हिस्सा अंडरग्राउंड कर रहे हैं। बदलाव करने पर यह दूरी 2 से 3 किमी तक बढ़ सकती है। अफसरों ने बताया, स्टेशन की संख्या में कटौती करके राशि में कमी लाई जा सकती है। यह संख्या एक से दो तक भी हो सकती है। एसीएस दुबे ने बताया, सभी विकल्प, सुझाव पर चर्चा की गई है। जल्द ही इसे सरकार के समक्ष रखकर निर्णय लिया जाएगा। वर्तमान काम चलते रहेंगे।
खजराना चौराहा से टीआई मॉल के बीच निर्माण प्रभावित
वर्तमान में शहीद पार्क से आगे मेट्रो ट्रैक का काम दो चरण में चल रहा है। पहला चरण एयरपोर्ट से रेलवे स्टेशन के बीच अंडरग्राउंड ट्रैक का और दूसरा शहीद पार्क से टीआई मॉल एमजी रोड तक। शहीद पार्क से खजराना तक अधिकांश पिलर्स बन चुके हैं। इसके आगे से यदि अंडरग्राउंड करने का निर्णय होगा तो यहां से ढलान देना होगा। अनिर्णय की स्थिति में भविष्य में ट्रैक का काम प्रभावित होगा।
इन विकल्पों पर हो रही चर्चा
- खजराना से बंगाली चौराहे के बीच से
- पीडब्ल्यूडी कार्यालयों के यहां से रैंप बनाकर
- छप्पन दुकान के समीप रैंप बनाकर
- हाई कोर्ट से टीआई मॉल के बीच से
- रेसकोर्स रोड से होते हुए एसजीएसआईटीएस के सामने रेलवे स्टेशन के समीप से
- अलाइनमेंट में बदलाव करते हुए पीपल्याहाना चौराहे के समीप कृषि कॉलेज रोड पर
सरकार करे निर्णय, एमजी रोड पर बॉटलनेक बनाएं या नहीं
विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में एमजी रोड पर हाई कोर्ट व टीआई मॉल के बीच अंडरग्राउंड करने के लिए रैंप प्रस्तावित है। जनप्रतिनिधियों और जनता मेट्रो को एमजी रोड से एलिवेटेड ले जाने व अंडरग्राउंड का विरोध कर रही है। मेट्रो को एमजी रोड पर अंडरग्राउंड करने पर टीआई मॉल से हाई कोर्ट के बीच रैंप का निर्माण किया जाएगा। इसके बनने से करीब 500 मीटर लंबा हिस्सा चौड़ाई में 12 से 14 मीटर स्थायी रूप से संकरा हो सकता है। एमजी रोड की चौड़ाई 30 मीटर है, इसमें कमी आने पर भविष्य में यहां बॉटलनेक की स्थिति निर्मित होगी। दूसरा एमजी रोड पर स्टेशन बनने से भी परेशानी आ सकती है। इसलिए इसमें बदलाव की मांग की जा रही है। सरकार यदि राशि देने के लिए राजी हो जाएगी तो आगे की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। मालूम हो, एमजी रोड पर अंडरग्राउंड करने के मुद्दे पर पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन, मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधि नाराजगी जताकर विकल्प व सुझाव दे चुके हैं।