इंदौर अपनी स्वच्छता के लिए प्रदेश, देश व विदेश में जाना जाता है। इंदौर की यह स्थिति नहीं है कि सर्वेक्षण काम के दौरान सफाई का ध्यान दिया जाए, बल्कि स्वच्छता लगातार चलने वाला काम है, अब हमें स्वच्छता के क्षेत्र में अलर्ट रहना होगा। हम सभी को टीम के रू
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यह कहना है कि नवागत नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव का। शनिवार को उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, जनकार्य, उद्यान, भवन अनुज्ञा सहित अन्य विभागों के साथ सिटी बस ऑफिस समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से परिचय लिया और उनके विभाग के बारे में जानकारी ली। निगमायुक्त ने कहा कि निगम में अच्छे काम करने वालों के पीछे मैं स्पोर्ट के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा। आप सभी को निगम के हित में अच्छा काम करना होगा। मैं भी फील्ड में रहूंगा, आप सभी रोजाना अपने-अपने जोन में स्वच्छता के साथ ही अन्य कामों की मॉनिटरिंग करें।
नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव।
सड़क पर गड्ढे हैं तो निगम का नाम पहले आता है
निगमायुक्त ने इंदौर की सड़कों के पेचवर्क काम के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि वर्तमान में बारिश का दौर थमा है। इसे देखते हुए पेचवर्क का काम तेजी से किया जाए, क्योंकि आईडीए, पीडब्ल्यूडी, मेट्रो और अन्य विभाग द्वारा भी निर्माण काम किया जाता है। किसी सड़क पर गड्ढे हैं तो नगर निगम इंदौर का नाम ही सबसे पहले आता है। इसलिए जरूरी है कि सड़क की मरम्मत और पेचवर्क का काम तेजी से किया जाए। उन्होंने शहर के ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निगम स्तर से ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर क्या-क्या काम किए जाते हैं। व्यवसायिक बिल्डिंगों के बेसमेंट में पार्किंग की क्या स्थिति है। अंडरग्राउंड पार्किंग की क्या व्यवस्था है। इस पर विभागीय अधिकारियों ने ट्रैफिक मैनेजमेंट के संबंध में डिटेल दी। निगमायुक्त ने कहा कि शहर के बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट में जरूरी है। गाड़ियां निर्धारित जगहों पर पार्क हो। इसके लिए जरूरी है कि निगम द्वारा भवन अनुज्ञा परमिशन के दौरान यह ध्यान रखा जाए कि स्वीकृति के पहले ही पार्किंग की जगह सुनिश्चित की जाए। अगर काम होने के बाद बिल्डिंग में बेसमेंट व पार्किंग की सुविधा नहीं होती है तो संबंधित बिल्डिंग पर कार्रवाई होती है, उसके साथ ही संबंधित भवन अधिकारी और भवन निरीक्षक पर भी कार्रवाई होगी।

विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ की निगमायुक्त ने बैठक।
किसी भी प्रकार से अवैध निर्माण न हो
इसके साथ ही निगम के कॉलोनी सेल व भवन अनुज्ञा शाखा आपस में समन्वय करते हुए काम करें, जिस भी अधिकारी व भवन अधिकारी के क्षेत्र में निर्माण काम प्रचलित है। अधिकारी रोजाना फिल्ड में रहते हैं, आपको जानकारी होना चाहिए कि जोन क्षेत्र में निर्माण काम स्वीकृति के अनुसार हो रहा है या नहीं। उस पर उनकी निगरानी रहे कि किसी भी प्रकार से अवैध निर्माण ना हो, भवन अनुज्ञा में स्वीकृति से विपरीत निर्माण ना हो, अगर ऐसा होता है तो संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ ही संबंधित जोन के भवन अधिकारी की जवाबदारी रहेगी। इसलिए सभी यह सुनिश्चित करे कि आपके जोन क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध कॉलोनी, अवैध निर्माण ना हो, अगर हो रहा है तो उसे धरातल पर ही रोके नहीं तो निर्माण होने के बाद संबंधित भवन स्वामी के साथ ही संबंधित जोन के विभागीय अधिकारी व भवन अधिकारी पर भी कार्रवाई होगी। बैठक में सभी अपर आयुक्त, सहायक आयुक्त, उपायुक्त, कार्यपालन यंत्री, विभाग प्रमुख, जोनल अधिकारी, भवन अधिकारी व अन्य उपस्थित थे।